कोरोनावायरस के ख़ौफ़ से यूनिवर्सिटीज़ बंद लेकिन जेएनयू में सावरकर पर हंगामा
जब जानलेवा कोरोना वायरस की चुनौती से निबटने के लिए देश के ज़्यादातर स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय बंद हो चुके हैं, तब जेएनयू में संघ विचारक विनायक दामोदर सावरकर के नाम पर हंगामा बढ़ रहा है. यूनिवर्सिटी कैंपस में एक सड़क का नाम सावरकर के नाम पर किया गया तो विरोधी गुट के छात्रों ने उसे बदरंग कर दिया. विरोधी विचारधारा वाले छात्र संगठनों ने कहा कि जेएनयू में सावरकर जैसी विवादित शख़्सियत के लिए कोई जगह नहीं है.
जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी की एक सड़क संघ विचारक विनायक दामोदर सावरकर के नाम करने पर हंगामा हो रहा है. एबीवीपी ने इस फैसले का स्वागत किया है लेकिन कैंपस से बाक़ी छात्र संगठन इसके विरोध में है. साइनेज लगने के अगले ही दिन वीडी सावरकार का नाम मिटाकर संविधान निर्माता बीआर आंबेडकर के नाम पर कर दिया. एनएसयूआई लीडर सनी धीमान ने कहा है कि सावरकर के विचार देश को बांटने वाले हैं और ऐसी शख़्सियत के लिए जेएनयू में कोई जगह नहीं होनी चाहिए.
जेएनयू की एबीवीपी इकाई ने कहा कि उनका संगठन लंबे वक़्त से कैंपस में सावरकर की मूर्ति और चेयर की स्थापना की मांग कर रहा है. मगर सड़क का नाम ही सावरकर के नाम पर करने पर विरोधी विचारधारा वाले छात्र संगठन बौखला गए हैं. वीडियो देखिए इससे पहले जेएनयू छात्रसंघ की अध्यक्ष आइशी घोष ने कहा था कि जेएनयू में सड़क का नाम वीडी सावरकर के नाम पर रखा जाना जेएनयू की विरासत के लिए शर्मनाक है. जेएनयू में सावरकार और उसके पिट्ठुओं के लिए कोई जगह न पहले थी और न आगे होगी. देश की आज़ादी के आंदोलन में वीडी सावरकार एक विवादित शख़्सियत हैं और उनपर हंगामा अक्सर होता रहता है. पिछले साल डीयू छात्र संघ के अध्यक्ष शक्ति सिंह ने रातोंरात नॉर्थ कैंपस में सावरकर की मूर्ति लगा दी थी जिसपर काफी हंगामा हुआ था. आख़िर में डीयू एडमिनिस्ट्रेशन ने सावरकर की मूर्ति को नॉर्थ कैंपस से हटा दिया था.
जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी की एक सड़क संघ विचारक विनायक दामोदर सावरकर के नाम करने पर हंगामा हो रहा है. एबीवीपी ने इस फैसले का स्वागत किया है लेकिन कैंपस से बाक़ी छात्र संगठन इसके विरोध में है. साइनेज लगने के अगले ही दिन वीडी सावरकार का नाम मिटाकर संविधान निर्माता बीआर आंबेडकर के नाम पर कर दिया. एनएसयूआई लीडर सनी धीमान ने कहा है कि सावरकर के विचार देश को बांटने वाले हैं और ऐसी शख़्सियत के लिए जेएनयू में कोई जगह नहीं होनी चाहिए.
जेएनयू की एबीवीपी इकाई ने कहा कि उनका संगठन लंबे वक़्त से कैंपस में सावरकर की मूर्ति और चेयर की स्थापना की मांग कर रहा है. मगर सड़क का नाम ही सावरकर के नाम पर करने पर विरोधी विचारधारा वाले छात्र संगठन बौखला गए हैं. वीडियो देखिए इससे पहले जेएनयू छात्रसंघ की अध्यक्ष आइशी घोष ने कहा था कि जेएनयू में सड़क का नाम वीडी सावरकर के नाम पर रखा जाना जेएनयू की विरासत के लिए शर्मनाक है. जेएनयू में सावरकार और उसके पिट्ठुओं के लिए कोई जगह न पहले थी और न आगे होगी. देश की आज़ादी के आंदोलन में वीडी सावरकार एक विवादित शख़्सियत हैं और उनपर हंगामा अक्सर होता रहता है. पिछले साल डीयू छात्र संघ के अध्यक्ष शक्ति सिंह ने रातोंरात नॉर्थ कैंपस में सावरकर की मूर्ति लगा दी थी जिसपर काफी हंगामा हुआ था. आख़िर में डीयू एडमिनिस्ट्रेशन ने सावरकर की मूर्ति को नॉर्थ कैंपस से हटा दिया था.
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