सीएए के समर्थन वाली कांफ्रेंस में दिल्ली में हंगामा, 6 प्रदर्शनकारी हिरासत में
पीएम मोदी और अमित शाह की अगुवाई में विवादित नागरिकता क़ानून के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश जारी है लेकिन इसपर टकराव भी देखने को मिल रहा है. दिल्ली के कॉन्सिट्यूशन क्लब में इस क़ानून के समर्थक और विरोधी आमने सामने आ गए जिसके बाद कई प्रदर्शनकारी हिरासत में लिए गए. वहीं 19 दिसंबर को हिंसाग्रस्त हुए कर्नाटक के मंगलुरू में इस क़ानून के ख़िलाफ़ तक़रीबन तीन लाख लोग जमा हुए.
विवादित नागरिकता क़ानून के समर्थकों और आलोचकों के बीच अब खुलेआम टकराव भी होने लगा है. ऐसा ही टकराव दिल्ली के कॉन्सिट्यूशन क्लब में आरएसएस समर्थित संगठन मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की कांफ्रेंस में देखने को मिला. इस प्रोग्राम में आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार मंच पर मौजूद थे और मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के नेता नागरिकता क़ानून के समर्थन में सम्मेलन की तैयारी कर रहे थे. इस दौरान दर्शकों के बीच बैठे कुछ लोगों ने खड़े होकर नारेबाज़ी शुरू कर दी. इनके हाथों में प्लाकार्ड थे जिनपर लिखा था कि वे नागरिकता क़ानून, एनआरसी और एनपीआर को रिजेक्ट करते हैं. हंगामा बढ़ने पर वहां मौजूद लोगों ने प्रदर्शनकारियों को डिप्टी स्पीकर हॉल से बाहर निकाला और पुलिस के हवाले कर दिया.
आरएसएस और बीजेपी इस क़ानून के समर्थन में माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन विरोध प्रदर्शनों में कमी नहीं आ रही है. कर्नाटक के जिस मंगलुरू में 19 दिसंबर को प्रदर्शन के दौरान दो नौजवानों की मौत हो गई थी, वहां मुस्लिम संगठनों की ओर से बुलाए गए प्रदर्शन में तक़रीबन 3 लाख लोग पहुंचे. वीडियो देखिये प्रदर्शनकारी इस विवादित क़ानून से आज़ादी के नारे लगा रहे थे. लाखों की इस भीड़ को पूर्व नौकरशाह और सोशल एक्टिविस्ट हर्ष मंदर, हाल ही में आईएएस के पद से इस्तीफ़ा देनेवाले कन्नन गोपीनाथ, सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज वी गोपाल गौड़ा और मानवाधिकार कार्यकर्ता शिवसुंदर समेत कई लोगों ने संबोधित किया. इस प्रदर्शन में ज़्यादातर लोग बसों से भरकर आए थे लेकिन एक नज़ारा ऐसा भी दिखा जब हाथों में तिरंगा लिए और आज़ादी का नारा लगाते हुए प्रदर्शनकारी नावों पर सवार होकर प्रदर्शन में हिस्सा लेने पहुंचे.
आरएसएस और बीजेपी इस क़ानून के समर्थन में माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन विरोध प्रदर्शनों में कमी नहीं आ रही है. कर्नाटक के जिस मंगलुरू में 19 दिसंबर को प्रदर्शन के दौरान दो नौजवानों की मौत हो गई थी, वहां मुस्लिम संगठनों की ओर से बुलाए गए प्रदर्शन में तक़रीबन 3 लाख लोग पहुंचे. वीडियो देखिये प्रदर्शनकारी इस विवादित क़ानून से आज़ादी के नारे लगा रहे थे. लाखों की इस भीड़ को पूर्व नौकरशाह और सोशल एक्टिविस्ट हर्ष मंदर, हाल ही में आईएएस के पद से इस्तीफ़ा देनेवाले कन्नन गोपीनाथ, सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज वी गोपाल गौड़ा और मानवाधिकार कार्यकर्ता शिवसुंदर समेत कई लोगों ने संबोधित किया. इस प्रदर्शन में ज़्यादातर लोग बसों से भरकर आए थे लेकिन एक नज़ारा ऐसा भी दिखा जब हाथों में तिरंगा लिए और आज़ादी का नारा लगाते हुए प्रदर्शनकारी नावों पर सवार होकर प्रदर्शन में हिस्सा लेने पहुंचे.
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