लालू यादव के साथी रघुवंश प्रसाद सिंह ने आरजेडी से इस्तीफ़ा क्यों दिया?
बिहार में विधानसभा चुनावों की बढ़ती सरगर्मी के बीच राज्य की सबसे बड़ी पार्टी राजद को तगड़ा झटका लगा है. पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उनके अलावा मंगलवार को ही आरजेडी के 5 विधान परिषद सदस्यों ने भी पार्टी से किनारा कर जेडीयू का दामन थाम लिया. इनके नाम राधा चरण सेठ, संजय प्रसाद, रणविजय सिंह, दिलीप राय और कमरे आलम हैं. बिहार विधानसभा चुनावों के ऐलान से पहले इतनी बड़ी टूट से आरजेडी को तगड़ा झटका लगा है.
रघुवंश प्रसाद सिंह ने पार्टी से किनारा बेशक़ कर लिया है लेकिन अभी तक किसी अन्य पार्टी का हिस्सा नहीं बने हैं. फिलहाल वो कोरोना संक्रमण से जूझ रहे हैं और दिल्ली स्थित एम्स में भर्ती हैं. रघुवंश प्रसाद सिंह आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बेहद करीबी माने जाते हैं लेकिन एलजेपी नेता रमा सिंह के राजद से जुड़ने की अटकलों से ख़ासे नाराज़ थे.
एलजेपी के पूर्व सांसद और बाहुबली नेता रमा सिंह रविवार को ही तेजस्वी यादव से मिले थे. अब कहा जा रहा है कि रमा सिंह 29 जून को आरजेडी का हाथ पकड़ लेंगे. रघुवंश प्रसाद सिंह पार्टी के शीर्ष नेताओं में शामिल रहे हैं और माना जा रहा है कि उनके जाने के बाद कई अन्य नेता भी आरजेडी को विदा कह सकते हैं. पूर्व सांसद रमा सिंह वही नेता हैं जो कभी लालू प्रसाद यादव और आरजेडी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह के कट्टर विरोधी माने जाते थे. 2014 के लोकसभा चुनाव में रामा सिंह ने करीब एक लाख से ज्यादा वोट से रघुवंश प्रसाद सिंह को वैशाली लोकसभा सीट से हराया था.
एलजेपी के पूर्व सांसद और बाहुबली नेता रमा सिंह रविवार को ही तेजस्वी यादव से मिले थे. अब कहा जा रहा है कि रमा सिंह 29 जून को आरजेडी का हाथ पकड़ लेंगे. रघुवंश प्रसाद सिंह पार्टी के शीर्ष नेताओं में शामिल रहे हैं और माना जा रहा है कि उनके जाने के बाद कई अन्य नेता भी आरजेडी को विदा कह सकते हैं. पूर्व सांसद रमा सिंह वही नेता हैं जो कभी लालू प्रसाद यादव और आरजेडी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह के कट्टर विरोधी माने जाते थे. 2014 के लोकसभा चुनाव में रामा सिंह ने करीब एक लाख से ज्यादा वोट से रघुवंश प्रसाद सिंह को वैशाली लोकसभा सीट से हराया था.
Latest Videos