पॉल्यूशन घटाने के लिए 15 दिन से एनसीआर के सैकड़ों कारखाने बंद, पांच लाख मज़दूर बेरोज़गार, करोड़ों का नुकसान
राजधानी दिल्ली की ज़हरीली हवा बेहतर बनाने के लिए राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के सैकड़ों कारख़ाने बंद करा दिए गए हैं. मगर इस कार्रवाई से कारोबारियों के सब्र का बांध टूट गया है. पानीपत के हैंडलूम और डाई उद्योग से जुड़े सैकड़ों कारोबारी सड़कों पर उतर आए हैं कारख़ानों को चालू करने की मांग कर रहे हैं.
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि तालाबंदी की वजह से कर्ज़ लेकर उद्योग शुरू करने वाले कारोबारियों के लिए बैंकों की किस्त चुकाना मुश्किल हो गया है.
पानीपत के अलावा एनसीआर के उन इलाक़ों में भी तालाबंदी की गई है जहां से पैदा होने वाला पॉल्यूशन दिल्ली की हवा को और ज़हरीला बना रहा है. मगर इन कारोबारियों का कहना है कि पॉल्यूशन की रोकथाम के लिए उनके उद्योग बंद कराना ग़लत है. 15 दिन की तालाबंदी में 500 करोड़ से ज़्यादा का नुकसान हो चुका है.