पटना: महीनेभर बाद भी कई इलाकों में पानी जमा, गंदगी और बदबू से फैल रही है बीमारी
बिहार की राजधानी पटना सितंबर के आख़िरी हफ़्ते में बारिश और बाढ़ की चपेट में आ गई थी. घर, गलियां, मुहल्ले 10 दिन से ज़्यादा वक़्त तक पानी में डूबे हुए थे. पानी निकालने के लिए युद्धस्तर पर अभियान चलाया गया था लेकिन अभी तक यहां पानी जमा है.
हाल ये है कि तमाम मुहल्लों में गंदगी, बदबू फ़ैली हुई है. गंदे पानी से गुज़रने वाले हादसे के शिकार हो रहे हैं. बच्चे स्कूल जाने से कतरा रहे हैं. घर-घर में चिकनगुनिया, मलेरिया, डेंगू, मौसमी बुखार से लोग बीमार पड़े हैं.
पटना के निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को इस गंदगी का सबसे ज़्यादा सामना करना पड़ रहा है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक राजधानी पटना में मंगलवार तक डेंगू के 2,175 मरीज़ों की पहचान हो चुकी है जबकि राज्यभर में डेगूं मरीज़ों की संख्या 2,925 पहुंच गई है.
वहीं गृह मंत्रालय के आंकड़े बताते हैं कि इस साल मॉनसून में बिहार में 161 लोगों की मौत हुई जबकि 1 लाख 26 हज़ार लोगों को अपना घर छोड़कर विस्थापित होना पड़ा.