महिलाओं में बढ़ रहा है हेयर कलर और हेयर स्ट्रेटनिंग से कैंसर का खतरा
परमानेंट हेयरडाई और स्ट्रेटनिंग का क्रेज लड़कियों और महिलाओं में कुछ ज्यादा ही देखने को मिल रहा है. जो उनकी सेहत के लिए खतरनाक है. हाल ही में इंटरनेशनल जर्नल ऑफ कैंसर में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक परमानेंट हेयर डाई और केमिकल स्ट्रेटनर्स के यूज से ब्रेस्ट कैंसर का खतरा लगातार बढ़ रहा है.
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एनवायर्नमेंटल हेल्थ साइंसेज की अमेरिका में 8 साल चली एक रिसर्च जिसमें 46 हजार 709 महिलाओ को शामिल किया गया था. और जिनकी उम्र 34 से 74 साल के बीच थी. इन महिलाओं ने 8 साल तक अपने बारे में शोधकर्ताओं को अपडेट दिया.
रिसर्च में शामिल होने से पहले आधे से ज्यादा महिलाओं ने परमानेंट हेयर डाई के यूज के बारे में बताया था. और 10 फीसदी महिलाओं ने हेयर स्ट्रेट करवाए थे. जिसके बाद शोधकर्ताओं ने पाया की 2 हजार 8 सौ महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के होने की संभावना समान थी.
परमानेंट हेयर कलर का यूज करने वाली महिलाओं में हेयर कलर इस्तमाल ना करने वाली महिलाओं के मुकाबले 7 प्रतिशत ज्यादा कैंसर का खतरा रहता है. वहीं इस रिसर्च में ये भी सामने आया कि डार्क स्किन टोन वाली महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का खतरा अन्य महिलाओं के मुकाबले 45 प्रतिशत ज्यादा था.
स्टडी के मुताबिक हेयर स्ट्रेटनिंग करने वाली 30 प्रतिशत महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर होने का खतरा ज्यादा बढ़ जाता हैं. शोधकर्ताओं का कहना है कि हेयर प्रोडक्ट बनाने में करीब 5 हजार से ज्यादा केमिकल्स का इस्तमाल किया जाता है. जिनमें कई केमिकल ऐसे होते हैं. जिनसे कैंसर हो सकता है.
इससे पहले भी कई ऐसी रिसर्च सामने आयी है. जिनमें बालों में केमिकल के इस्तमाल से कैंसर की बात कहीं गई है लेकिन इसके बावजूद घटिया केमिकल वाले hair डाई धड़ल्ले से बिक रहे हैं।