कमलेश तिवारी केस: यूपी पुलिस ने तीन मुलज़िमों को हिरासत में लिया, पत्नी ने कहा- हत्या की ज़िम्मेदार योगी सरकार
कमलेश तिवारी हत्याकांड में उत्तर प्रदेश पुलिस ने तीन मुलज़िमों को हिरासत में लिया है. तीनों गुजरात के सूरत शहर में मामूली नौकरी करते हैं. यूपी पुलिस के डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि शुरुआती पूछताछ से पता चला है कि 2015 में कमलेश तिवारी ने एक भड़काऊ बयान दिया था जो उसकी मौत की वजह बनी.
यूपी पुलिस ने दो संदिग्धों को पूछताछ के बाद छोड़ दिया लेकिन उनकी निगरानी की जा रही है. इस हत्याकांड के हमलावर अभी तक पुलिस की गिरफ़्त से बाहर हैं. डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि उन हमलावरों की गिरफ़्तारी पर इस हत्या की कहानी पलट सकती है.
वहीं कमलेश तिवारी की मां ने अपने बेटे की हत्या के लिए स्थानीय बीजेपी नेता शिवकुमार गुप्ता को ज़िम्मेदार ठहराया है. उन्होंने यूपी सरकार की कार्यशैली पर सवाल भी उठाए.
कमलेश तिवारी की पत्नी ने कहा कि उनके पति को रोज़ धमकी भरे फोन आते थे. उन्होंने फोन कॉल की रिकॉर्डिंग करके योगी सरकार को सौंपा भी था लेकिन उनकी शिक़ायत दबा दी गई.
यूपी के सीतापुर के रहने वाले कमलेश तिवारी 2015 में एक भड़काऊ बयान देने के बाद सुर्ख़ियों में आए थे. उन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा क़ानून के तहत जेल भेजा गया था और फिलहाल वो ज़मानत पर जेल से बाहर थे. कमलेश के परिवार का आरोप है कि लगातार धमकियों के बावजूद यूपी सरकार उनकी सुरक्षा कम करती जा रही थी और इस हत्या के लिए यूपी की योगी सरकार ज़िम्मेदार है.