अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर भारत को बड़ा झटका, Moody's ने रैंकिंग घटाई
मशहूर रेटिंग एजेंसी मूडीज़ ने भारत की रेटिंग स्थिर से घटाकर नकारात्मक कर दिया है. मूडीज़ का मानना है कि सरकार के फ़ैसले अर्थव्यवस्था की सुस्ती से बाहर निकलने में कारगर साबित नहीं हुए. मूडीज़ ने कहा, ‘भारतीय अर्थव्यवस्था की ग्रोथ से जुड़े जोखिमों को देखते हुए रेटिंग घटाई गई है.
यह साफ़ है कि पहले के मुक़ाबले अर्थव्यवस्था सुस्त रफ़्तार से आगे बढ़ेगी जिसकी सबसे बड़ी वजह सरकार की कम कारगर नीतियां हैं. ग्रामीण परिवारों को लंबे आर्थिक संकट, नए रोज़गार के घटते मौक़े और एनबीएफसी में जारी वित्तीय संकट के चलते सुस्ती के लंबे समय तक रहने की आशंका है.’
मूडीज ने आगे कहा कि कारोबर में निवेश और ग्रोथ बढ़ाने के लिए और सुधारों और टैक्स बेस व्यापक करने की गुंजाइश काफी कम हो गई है. इस वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही यानी अप्रैल से जून के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था 5 फ़ीसदी की दर से आगे बढ़ी. यह दर 2013 के बाद सबसे बुरा प्रदर्शन है.
इसकी वजह उपभोक्ताओं में कमज़ोर होती मांग और सरकारी खर्च में कटौती है. वहीं मूडीज़ के रेटिंग घटाए जाने के बाद सरकार ने कहा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था में पोटैंशियल ग्रोथ रेट बरक़रार है और यह सबसे तेज़ रफ़्तार में आगे बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था में शामिल है.