सबरीमाला मंदिर में औरतों की एंट्री बरक़रार रहेगी या नहीं, सुप्रीम कोर्ट सुनाएगा फैसला
सबरीमाला मंदिर को लेकर दायर 60 से ज़्यादा पुनर्विचार याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट तीन दिनों में अपना फैसला सुना सकता है। पुनर्विचार याचिकाओं में मांग की है कि सबरीमाला मंदिर में महिलाओं की एंट्री पर पाबंदी लगाई जाए जिसे 28 सितंबर 2018 को तत्कालीन चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा ने हटा दिया था. अपने फैसले में पूर्व सीजेआई दीपक मिश्रा ने 10-50 साल की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश की इजाज़त दे दी थी।
हालांकि इस फैसले का केरल में जमकर विरोध हुआ था और सुप्रीम कोर्ट से अपना फ़ैसला बदलने की मांग होने लगी थी. तब बीजेपी ने भी सुप्रीम कोर्ट के इस फ़ैसले की आलोचना की थी. बीजेपी ने इस मुद्दे पर केरल में राजनीतिक ध्रुवीकरण की कोशिश की थी.