विशाखापट्टनम: थोटलाकोंडा में बारिश के कारण प्रसिद्ध बौद्ध महास्तूप का एक हिस्सा ढह गया
विशाखापट्टनम में पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश की वजह से थोटलाकोंडा के सबसे बड़े और प्रसिद्ध बौद्ध स्पूत का आधे से ज्यादा हिस्सा बारिश की वजह से ढह गया है. महास्तूप के गिरने से राज्य की संस्कृति को दर्शाने वाली प्राचीन धरोहर को नुकसान पहुंचा है. जो इस बात का सबूत है कि सरकार की तरफ से भले ही लाख दावे और वादे प्राचीन इमारतों को बचाने के लिए किये जा रहे है. लेकिन उनके रख-रखाव की तरफ सरकार का ध्यान नहीं है.
और इनके रख रखाव को लेकर राज्य सरकार भी संजीदा नहीं दिखाई देती है. थोटलाकोंडा मे बसा ये बौद्ध परिसर करीब 2000 साल पुराना है. जो 120 एकड़ मे फैला हुआ है. यहां देश ही नहीं विदेशों से भी पर्यटक धूमने आते हैं. लेकिन धरोहर को हुए नुकसान से ये बात तो साफ हो गयी है कि ये सिर्फ धरोहर को नुकसान नहीं है बल्कि कई सालो से सहेज के रखी जा रही एक विरासत को नुकसान पहुंचा है. जो हमारी संस्कृति को दर्शाता है.