नोएडा की हवा बार-बार ज़हरीली क्यों होती है?
12 नवंबर को गुरूनानक देव की जयंती के मौके पर स्कूल, कॉलेज और दफ्तर बंद हैं, जिसके कारण सड़कों पर ट्रैफिक कम है। फिर भी प्रदूषण का स्तर इतना अधिक होना, कहीं ना कहीं सरकार की कोशिशों की नाकामी दिखाता है। दिल्ली में ऑड-ईवन स्कीम दो दिन के लिये मुल्तवी कर दी गई थी जिसका असर आज देखा जा रहा है।
नोएडा के सेक्टर 125 में PM 2.5 का स्तर 642 के आंकड़े पर पहुंच चुका है। पॉश इलाके सेक्टर 16A फरीदाबाद में PM 2.5 का स्तर 455 और नोएडा सेक्टर 162 में 811 दर्ज किया गया है। ग्रेटर नोएडा के क्षेत्र नॉलेज पार्क-3 में PM2.5-727 दर्ज किया गया है।
ग़ाज़ियाबाद के इलाके की बात करें तो, यहां वसुंधरा में PM2.5 का स्तर 559 और संजय नगर में PM2.5 का स्तर 400 के पार है। दिल्ली के आनंद विहार इलाके में भी प्रदूषण बेहद खतरनाक श्रेणी में पहुंच चुका है। यहां PM2.5 का स्तर 635 दर्ज किया गया है।