असम में फिर उठी अलग राज्य की मांग, प्रदर्शनकारियों ने हत्यार उठाने की धमकी दी
नागरिकता संशोधन बिल के ख़िलाफ़ उत्तर पूर्व के राज्यों में विरोध प्रदर्शन के बीच अब एक अलग राज्य की मांग भी ज़ोर पकड़ रही है. असम की राजधानी दिसपुर में अखिल कोच राजवंशी छात्र संगठन ने राजवंशी समुदाय को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने और अलग राज्य कामतापुर बनाने की मांग की है.
प्रदर्शनकारियों का तर्क है कि पश्चिम बंगाल और असम के कई ज़िलों में राजवंशी समुदाय के लोग रहते हैं. इनकी भाषा भी बंगाली या असमिया की बजाय राजवंशी या कामरूपी है. लिहाज़ा राजवंशी समुदाय के लिए अलग राज्य का गठन होना चाहिए और इस समुदाय को अनुसूचित जनजाति का दर्जा मिलना चाहिए.
आक्रासू के मुख्य सलाहकार प्रदीप रॉय ने धमकी दी है कि मांगें नहीं पूरी हुईं तो पूर्वोत्तर के अन्य संगठनों की तर्ज़ पर वे भी हथियार उठाने को मजबूर होंगे और ऐसा हुआ तो नतीजे भयावह होंगे.
राजवंशी समुदाय अलग राज्य कामतापुर के गठन की मांग लंबे समय से कर रहा है. इसके लिए उसका संगठन आक्रासू कई बड़े आंदोलन भी कर चुका है. अब ये आंदोलनकारी सीधे हथियार उठाने की धमकी दे रहे हैं.