नवरात्रि: जानिये देवियों के नौ रूप आपके जीवन में क्या सीख देते हैं

by Arushi Pundir Oct 06, 2019 • 08:05 PM Views 2307

आज से नवरात्रों का शुभ पर्व शुरु हो चुका है. जीवन को अगर नौ हिस्सों में विभाजित किया जाए तो जीवन के नवरंग का निर्माण होता है, इन्हीं नवरंगों का पर्व माना जाता है नवरात्र. आईए जानते हैं नौ देवियों के नौ रुप आपके जीवन में क्या सीख देते हैं.

प्रथम मां शैलपुत्री

विशोका दुष्टदमनी शमनी दुरितापदाम्।

उमा गौरी सती चण्डी कालिका सा च पार्वती।

अच्छी सेहत और हर प्रकार के भय से मुक्ति दिलाती हैं मां शैलपुत्री। व्यक्ति चुनौतियों से घबराता नहीं बल्कि उसका सामना करके जीत हासिल करता है

द्वितीयं ब्रह्मचारिणी

विद्याः समस्तास्तव देवि भेदाः स्त्रियः समस्ताः सकला जगत्सु।

त्वयैकया पूरितमम्बयैतत् का ते स्तुतिः स्तव्यपरा परोक्तिः।।

सफल जीवन की कामना करने वालों के लिए सफलता की राह आसान बनाती है मां ब्रह्मचारिणी

तृतीयं चन्द्रघण्टा

हिनस्ति दैत्य तेजांसि स्वनेनापूर्य या जगत्।

सा घण्टा पातु नो देवि पापेभ्योनः सुतानिव।।

जीवन में मुश्किलों से लड़ने की राह दिखातीं है मां चन्द्रघण्टा

चतुर्थकम् कूष्माण्डा

स्तुता सुरैः पूर्वमभीष्टसंश्रयात्तथा सुरेन्द्रेण दिनेषु सेविता।

करोतु सा नः शुभहेतुरीश्वरी शुभानि भद्राण्यभिहन्तु चापदः।।

धैर्य और सेहनशीलता को बढ़ातीं हैं मां कूष्माण्डा

पंचम स्कंदमाता

सौम्या सौम्यतराशेष सौम्येभ्यस्त्वति सुन्दरी। 

परापराणां परमा त्वमेव परमेश्वरी।।

बुद्धी और विवेक की प्रतीक कही जाती है मां स्कंदमाता, जीवन में मनोबल का सही इस्तेमाल करने की क्षमता भी देतीं है

षष्ठम् कात्यायिनी

एतत्ते वदनं सौम्यम् लोचनत्रय भूषितम्। 

पातु नः सर्वभीतिभ्यः कात्यायिनी नमोsस्तुते।।

जीवन में आनंद का अनुभव कराती है

सप्तमम् कालरात्रि

त्रैलोक्यमेतदखिलं रिपुनाशनेन त्रातं समरमुर्धनि तेSपि हत्वा।

नीता दिवं रिपुगणा भयमप्यपास्त मस्माकमुन्मद सुरारिभवम् नमस्ते।।

बुराई पर अच्छाई की जीत निश्चित है इसका सटीक उद्हारण है मां कालरात्री

अष्टमम महागौरी

सर्वमङ्गलमाङ्गल्ये शिवे सर्वार्थसाधिके।

शरण्ये त्र्यम्बके गौरी नारायणी नमोस्तुते।।

नवें रुप में सिद्धिदात्री

या श्रीः स्वयं सुकृतिनां भवनेष्वलक्ष्मीः पापात्मनां कृतधियां हृदयेषु बुद्धिः।

श्रद्धा सतां कुलजन प्रभवस्य लज्जा तां त्वां नताः स्म परिपालय देवि विश्वम्।।