चुनाव में गए दो राज्यों के आंकड़ों पर एक नज़र
महाराष्ट्र-हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिये मतदान खत्म हो चुका है। परिणाम की तारीख चुनाव आयोग ने 24 अक्टूबर तय की है। आइए एक नज़र डालते हैं महाराष्ट्र और हरियाणा की आबादी, कृषि, अर्थव्यवस्था, शिक्षा, क्राइम, चुनाव, इंडस्ट्री और इंफ्रास्ट्रक्चर पर।
आबादी
महाराष्ट्र की कुल आबादी 12.80 करोड़ है और 2011 की जनगणना के अनुसार हरियाणा की कुल आबादी 2.53 करोड़ है। कृषि हरियाणा के पास खेती की ज़मीन 44,212 वर्ग किलोमिटर है वहीं महाराष्ट्र के पास खेती की ज़मीन 234,740 वर्ग किलोमीटर है। महाराष्ट्र खेती के मामले में तीसरे स्थान पर है वहीं हरियाणा खेती के मामले में 21वें नंबर पर आता है। अर्थव्यवस्था अर्थव्यवस्था के नज़रिये से महाराष्ट्र पहले नंबर पर आता है। महाराष्ट्र को भारत का सबसे अमीर राज्य भी कहा जाता है लेकिन महाराष्ट्र की प्रति व्यक्ति आय में बहुत पीछे है। यहां हरियाणा का प्रति व्यक्ति आय 243,154 रूपये है वहीं महाराष्ट्र में ये 214,397 रूपये है।महाराष्ट्र अर्थव्यवस्था की दृष्टि से पहले नंबर पर आता है। यहां की जीडीपी 374.196 बिलियन डॉलर है वहीं हरियाणा की जीडीपी 97.142 बिलियन डॉलर है। भारतीय अर्थव्यवस्था में दोनों राज्यों के योगदान पर नज़र डालें तो महाराष्ट्र का 14.11 फीसदी योगदान है वहीं हरियाणा, अर्थव्यवस्था की दृष्टि से 13वें स्थान पर आता है और भारतीय अर्थव्यवस्था में इसका योगदान 3.66 फीसदी है। शिक्षा दोनों राज्यों को उच्च शिक्षा व्यवस्था के नज़रिये से देखें तो महाराष्ट्र में 54 युनिवर्सिटी है वहीं हरियाणा में युनिवर्सटी की संख्या 40 है। वहीं पूरे भारत में युनिवर्सिटी की कुल संख्या 903 है। क्राइम क्राइम के मामले में महाराष्ट्र काफी आगे है। एनसीआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक महाराष्ट्र में आईपीसी के तहत करीब 261,714 मामले दर्ज थे। रिपोर्ट के मुताबिक हरियाणा में 88,527 मामले आईपीसी के तहत दर्ज किये गए। एक रिपोर्ट के मुताबिक साल 2016 में महाराष्ट्र में 22,435 गाड़ी चोड़ी के मामले दर्ज किये गए और हरियाणा में करीब 15,634 गाड़ियों की चोरी के मामले दर्ज हुए। चुनाव एक नज़र डालते हैं 2019 के लोकसभा चुनाव में दोनों राज्यों के वोट पर्सेंटेज पर। महाराष्ट्र में 48 लोकसभा की सीटें हैं जिसपर 2019 के लोकसभा चुनाव में 60.79 फीसदी मतदान हुआ था वहीं हरियाणा में 10 लोकसभा की सीटें हैं जिस पर 70.34 फीसदी मतदान हुआ था। इंडस्ट्री इंडस्ट्री की पर नज़र डालें तो हरियाणा में 2017 की रिपोर्ट के मुताबिक 4,724 रजिस्टर्ड कंपनियां हैं वहीं महाराष्ट्र में रजिस्टर्ड कंपनियों की संख्या 19,567 है। इंफ्रास्ट्रक्चर इंफ्रास्ट्रक्चर की दृष्टि से महाराष्ट्र में बिजली की कुल ज़रूरत 1,49,757 मेगावाट और हरियाणा में 11,124 मेगावाट है।
महाराष्ट्र की कुल आबादी 12.80 करोड़ है और 2011 की जनगणना के अनुसार हरियाणा की कुल आबादी 2.53 करोड़ है। कृषि हरियाणा के पास खेती की ज़मीन 44,212 वर्ग किलोमिटर है वहीं महाराष्ट्र के पास खेती की ज़मीन 234,740 वर्ग किलोमीटर है। महाराष्ट्र खेती के मामले में तीसरे स्थान पर है वहीं हरियाणा खेती के मामले में 21वें नंबर पर आता है। अर्थव्यवस्था अर्थव्यवस्था के नज़रिये से महाराष्ट्र पहले नंबर पर आता है। महाराष्ट्र को भारत का सबसे अमीर राज्य भी कहा जाता है लेकिन महाराष्ट्र की प्रति व्यक्ति आय में बहुत पीछे है। यहां हरियाणा का प्रति व्यक्ति आय 243,154 रूपये है वहीं महाराष्ट्र में ये 214,397 रूपये है।महाराष्ट्र अर्थव्यवस्था की दृष्टि से पहले नंबर पर आता है। यहां की जीडीपी 374.196 बिलियन डॉलर है वहीं हरियाणा की जीडीपी 97.142 बिलियन डॉलर है। भारतीय अर्थव्यवस्था में दोनों राज्यों के योगदान पर नज़र डालें तो महाराष्ट्र का 14.11 फीसदी योगदान है वहीं हरियाणा, अर्थव्यवस्था की दृष्टि से 13वें स्थान पर आता है और भारतीय अर्थव्यवस्था में इसका योगदान 3.66 फीसदी है। शिक्षा दोनों राज्यों को उच्च शिक्षा व्यवस्था के नज़रिये से देखें तो महाराष्ट्र में 54 युनिवर्सिटी है वहीं हरियाणा में युनिवर्सटी की संख्या 40 है। वहीं पूरे भारत में युनिवर्सिटी की कुल संख्या 903 है। क्राइम क्राइम के मामले में महाराष्ट्र काफी आगे है। एनसीआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक महाराष्ट्र में आईपीसी के तहत करीब 261,714 मामले दर्ज थे। रिपोर्ट के मुताबिक हरियाणा में 88,527 मामले आईपीसी के तहत दर्ज किये गए। एक रिपोर्ट के मुताबिक साल 2016 में महाराष्ट्र में 22,435 गाड़ी चोड़ी के मामले दर्ज किये गए और हरियाणा में करीब 15,634 गाड़ियों की चोरी के मामले दर्ज हुए। चुनाव एक नज़र डालते हैं 2019 के लोकसभा चुनाव में दोनों राज्यों के वोट पर्सेंटेज पर। महाराष्ट्र में 48 लोकसभा की सीटें हैं जिसपर 2019 के लोकसभा चुनाव में 60.79 फीसदी मतदान हुआ था वहीं हरियाणा में 10 लोकसभा की सीटें हैं जिस पर 70.34 फीसदी मतदान हुआ था। इंडस्ट्री इंडस्ट्री की पर नज़र डालें तो हरियाणा में 2017 की रिपोर्ट के मुताबिक 4,724 रजिस्टर्ड कंपनियां हैं वहीं महाराष्ट्र में रजिस्टर्ड कंपनियों की संख्या 19,567 है। इंफ्रास्ट्रक्चर इंफ्रास्ट्रक्चर की दृष्टि से महाराष्ट्र में बिजली की कुल ज़रूरत 1,49,757 मेगावाट और हरियाणा में 11,124 मेगावाट है।
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