चीन गलवान घाटी से पीछे हटने को तैयार नहीं, 20 मौतों के लिए भारत को ही ज़िम्मेदार ठहराया
लद्दाख की गलवान वैली चीन अपना दावा छोड़ने को तैयार नहीं है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिझियान ने दावा किया कि गलवान घाटी की संप्रभुता हमेशा चीन के पास रही है. उन्होंने कहा कि भारतीय सैनिकों ने बॉर्डर प्रोटोकॉल का गंभीर उल्लंघन किया है जिसकी सहमति कमांडर स्तर के सैन्य अधिकारियों के बीच हुई बैठक में बनी थी. चीनी विदेश मंत्रालय ने भारत से कहा कि सीमा पर तैनात अपने सैनिकों को सख़्त अनुशासन में रखे और उकसावे की गतिविधि से बचे.
इस दावे के बाद चीन ने अपनी स्तिथि बिलकुल साफ़ कर दी है कि वो गलवान घाटी को अपना हिस्सा मानता है और उसपर से अपना दावा छोड़ने को तैयार नहीं है. वीडियो देखिए चीन के दावे के विपरीत भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा, “हमें उम्मीद थी कि सबकुछ आसानी से हो जाएगा लेकिन चीनी सेना ने समझौते का सम्मान नहीं किया। 15 जून की रात हुई घटना चीनी पक्ष की वजह से हुई क्योंकि चीनी पक्ष ने एकतरफ़ा तरीक़े से मौजूदा स्थिति को बदलने की कोशिश की। अगर चीनी पक्ष सीनियर अधिकारियों की बीच हुए समझौते का पालन करते तो दोनों तरफ हुए नुकसान को टाला जा सकता था।” सेना की तरफ से 20 जवानों के शहीद होने की पुष्टि हो चुकी है. आशंका है कि इस संख्या में और बढ़ोतरी हो सकती है. इस संघर्ष में चीनी सेना का कितना नुकसान हुआ, इसकी आंकलन करना मुश्किल है क्योंकि चीन ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है.
चीनी विदेश मंत्रालय ने यह भी कहा कि कूटनीति और सैन्य अधिकारियों के स्तर पर संवाद जारी है. इस मामले में सही और ग़लत बिल्कुल साफ है. यह कार्रवाई चीनी सीमा के भीतर हुई है और इसके लिए चीन को ज़िम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है.We ask India to strictly discipline its frontline troops, stop infringing and provocative activity at once, work with China and come back to the right track of resolving the differences through dialogue & talk: Zhao Lijian, Chinese Foreign Ministry Spokesperson https://t.co/TaUqOvifiA pic.twitter.com/4ZXYCiqAH5
— ANI (@ANI) June 17, 2020
We are having communication through diplomatic and military channels. The right and wrong of this is very clear... The incident happened on the Chinese side of LAC and China is not to blame for it: Zhao Lijian, Chinese Foreign Ministry Spokesperson on #GalwanValley clash pic.twitter.com/thvvkIHTT3
— ANI (@ANI) June 17, 2020
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इस दावे के बाद चीन ने अपनी स्तिथि बिलकुल साफ़ कर दी है कि वो गलवान घाटी को अपना हिस्सा मानता है और उसपर से अपना दावा छोड़ने को तैयार नहीं है. वीडियो देखिए चीन के दावे के विपरीत भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा, “हमें उम्मीद थी कि सबकुछ आसानी से हो जाएगा लेकिन चीनी सेना ने समझौते का सम्मान नहीं किया। 15 जून की रात हुई घटना चीनी पक्ष की वजह से हुई क्योंकि चीनी पक्ष ने एकतरफ़ा तरीक़े से मौजूदा स्थिति को बदलने की कोशिश की। अगर चीनी पक्ष सीनियर अधिकारियों की बीच हुए समझौते का पालन करते तो दोनों तरफ हुए नुकसान को टाला जा सकता था।” सेना की तरफ से 20 जवानों के शहीद होने की पुष्टि हो चुकी है. आशंका है कि इस संख्या में और बढ़ोतरी हो सकती है. इस संघर्ष में चीनी सेना का कितना नुकसान हुआ, इसकी आंकलन करना मुश्किल है क्योंकि चीन ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है.
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