GoFlashback: जब अटल बिहारी वाजपेयी ने कहा था, ‘आज राजीव गाँधी की वजह से ही ज़िंदा हूं’
साल 1991 में जब पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या होने के बाद, उस वक़्त लोकसभा में विपक्ष के नेता अटल बिहारी वाजपेयी से एक पत्रकार ने पूछे कि राजीव गांधी अब हमरे बीच नहीं रहे, उनके बारे में आपकी क्या राय है ? यह बात सुनते है ही अटल बिहारी वाजपेयी भावुक हो गये। उसके बात उन्होंने अपने चिर परिचित अंदाज़ में कहा, ‘अगर आज मै यहाँ ज़िंदा बैठा हूँ तो सिर्फ और सिर्फ राजीव गांधी की वजह से।’
ये किस्सा है साल 1988 का जब राजीव गांधी देश के प्रधानमंत्री थे, उस वक़्त अटल बिहारी वाजपेयी किडनी की बीमारी से जूझ रहे थे। डॉक्टरों ने उन्हें बेहतर इलाज के लिए अमरीका जाने की सलाह दी। अटल विहारी वाजपेयी काफी परेशान हो गये थे क्योंकि अमरीका जाकर अपना इलाज कराने के लिए उनके पास पैसे नहीं थे। तभी उस वक़्त के प्रधानमंत्री राजीव गांधी को अटल बिहारी वाजपेयी की इस बीमारी के बारे में पता चला और उन्होंने मदद का फ़ैसला किया। तब वाजपेयी की मदद के लिए भारत के एक प्रतिनिधि मंडल को संयुक्त राष्ट्र में न्यूयॉर्क भेजने का फैसला हुआ। और राजीव गांधी ने अटल बिहारी वाजपेयी को अपने दफ्तर में बुलाकर कहा कि उन्हें इस प्रतिनिधिमंडल की अगवानी करनी है।
जब अटल बिहारी वाजपेयी राजीव गांधी के दफ्तर पहुंचे तो राजीव गांधी ने कहा कि वो उम्मीद करते हैं कि वाजपेयी इस दौरे का पूरा फ़ायदा उठाएंगे। इसके साथ ही राजीव गांधी ने वाजपेयी से ये भी कहा कि प्रतिनिधि मंडल के बाकि सदस्य देश वापस लौट आएंगे मगर आप न्यूयॉर्क में अपना इलाज ज़रूर पूरा करवाकर ही आएंगे। हालाँकि इस बात का ज़िक्र ना तो कभी राजीव गांधी ने किसी से किया और ना ही अटल बिहारी वाजपेयी ने। लेकिन 21 मई 1991 को राजीव गांधी की हत्या के बाद जब एक पत्रकार ने वाजपेयी से उनके बारे में पूछा तब वाजपेयी ने कहा कि अगर आज मैं ज़िंदा हूँ तो सिर्फ राजीव गांधी की वजह से। वो पत्रकार करण थापर थे। इस क़िस्से का ज़िक्र राजीव गांधी की मौत के बाद संसद में भी अटल बिहारी वाजपेयी ने किया था।पत्रकार उल्लेख एनपी ने अपनी ख़िताब The Untold Vajpayee: Politician and Paradox में भी इस क़िस्से का ज़िक्र किया है। ये उस दौर की बात है जब देश के राजनेता अपने वैचारिक मतभेद को दरकिनार करते हुए एक दूसरे के साथ खड़े होते थे।
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जब अटल बिहारी वाजपेयी राजीव गांधी के दफ्तर पहुंचे तो राजीव गांधी ने कहा कि वो उम्मीद करते हैं कि वाजपेयी इस दौरे का पूरा फ़ायदा उठाएंगे। इसके साथ ही राजीव गांधी ने वाजपेयी से ये भी कहा कि प्रतिनिधि मंडल के बाकि सदस्य देश वापस लौट आएंगे मगर आप न्यूयॉर्क में अपना इलाज ज़रूर पूरा करवाकर ही आएंगे। हालाँकि इस बात का ज़िक्र ना तो कभी राजीव गांधी ने किसी से किया और ना ही अटल बिहारी वाजपेयी ने। लेकिन 21 मई 1991 को राजीव गांधी की हत्या के बाद जब एक पत्रकार ने वाजपेयी से उनके बारे में पूछा तब वाजपेयी ने कहा कि अगर आज मैं ज़िंदा हूँ तो सिर्फ राजीव गांधी की वजह से। वो पत्रकार करण थापर थे। इस क़िस्से का ज़िक्र राजीव गांधी की मौत के बाद संसद में भी अटल बिहारी वाजपेयी ने किया था।पत्रकार उल्लेख एनपी ने अपनी ख़िताब The Untold Vajpayee: Politician and Paradox में भी इस क़िस्से का ज़िक्र किया है। ये उस दौर की बात है जब देश के राजनेता अपने वैचारिक मतभेद को दरकिनार करते हुए एक दूसरे के साथ खड़े होते थे।
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