असम के बाद बिहार में बाढ़ का कहर, 10 ज़िलों में 11 मौतें, पांच लाख प्रभावित
पूर्वोत्तर के राज्य असम और मेघालय में भीषण तबाही के बाद अब बिहार में सैलाब से ज़िंदगी मुहाल हो गई है. बीते चार दिनों में राज्य में बाढ़ से 11 मौतें हुई हैं और 10 ज़िले इसकी चपेट में आ गए हैं. पानी के बढ़ते दबाव के चलते कई ज़िलों में बांध भी टूट गए हैं और अब तक पांच लाख लोग प्रभावित हो चुके हैं.
आंकड़ों के मुताबिक पश्चिमी चंपारण और सीतामढ़ी में तीन-तीन, शिवहर में दो, मधुबनी, दरभंगा और सुपौल में एक-एक लोग की मौत हुई है. बिहार के आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक अब तक 13 हज़ार से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू किया गया है.
आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक जो दस ज़िले बाढ़ से सबसे ज्यादा जूझ रहे हैं, उनमें सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, पूर्वी चम्पारण, पश्चिम चंपारण और खगड़िया जिले शामिल हैं. एनडीआरएफ की 9वीं बटालियन के कमान्डेंट विजय सिन्हा के मुताबिक राज्य में एनडीआरएफ की 21 टीमों को 12 जिलों में तैनात किया गया है. बिहार सरकार में जल संसाधन मंत्री के मुताबिक महानंदा नदी किशनगंज और पूर्णिया में, बूढी गंडक नदी मुजफ्फरपुर और समस्तीपुर में, बागमती नदी सीतामढी, मुजफ्फरपुर और दरभंगा में, कमला बलान नदी मधुबनी में, लालबकिया नदी पूर्वी चंपारण में, अधवारा नदी सीतामढ़ी में, खिरोई नदी दरभंगा ज़िले में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने दरभंगा और मधुबनी जिलों के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने के बाद नीतीश सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने ट्वीट किया- एनडीए के 39 लोकसभा सांसद क्षेत्रों से गायब हैं. सरकार के कोई भी प्रभारी मंत्री संबंधित जिलों में नहीं गए. पूरा मंत्रिमंडल नदारद है. बाढ़ विभीषिका में जलसंसाधन मंत्री का कुछ अता-पता नहीं और ना ही स्वास्थ्य व आपदा प्रबंधन मंत्री का. हम हरसंभव पीड़ितों व जरूरतमंदो की सहायता कर रहे हैं.
आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक जो दस ज़िले बाढ़ से सबसे ज्यादा जूझ रहे हैं, उनमें सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, पूर्वी चम्पारण, पश्चिम चंपारण और खगड़िया जिले शामिल हैं. एनडीआरएफ की 9वीं बटालियन के कमान्डेंट विजय सिन्हा के मुताबिक राज्य में एनडीआरएफ की 21 टीमों को 12 जिलों में तैनात किया गया है. बिहार सरकार में जल संसाधन मंत्री के मुताबिक महानंदा नदी किशनगंज और पूर्णिया में, बूढी गंडक नदी मुजफ्फरपुर और समस्तीपुर में, बागमती नदी सीतामढी, मुजफ्फरपुर और दरभंगा में, कमला बलान नदी मधुबनी में, लालबकिया नदी पूर्वी चंपारण में, अधवारा नदी सीतामढ़ी में, खिरोई नदी दरभंगा ज़िले में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने दरभंगा और मधुबनी जिलों के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने के बाद नीतीश सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने ट्वीट किया- एनडीए के 39 लोकसभा सांसद क्षेत्रों से गायब हैं. सरकार के कोई भी प्रभारी मंत्री संबंधित जिलों में नहीं गए. पूरा मंत्रिमंडल नदारद है. बाढ़ विभीषिका में जलसंसाधन मंत्री का कुछ अता-पता नहीं और ना ही स्वास्थ्य व आपदा प्रबंधन मंत्री का. हम हरसंभव पीड़ितों व जरूरतमंदो की सहायता कर रहे हैं.
बिहार के अलावा असम में बुधवार को बाढ़ के चलते दो और लोगों की मौत हो गई. ये मौतें बरपेटा और मोरीगांव में हुईं जिसके बाद राज्य में कुल मौतों का आंकड़ा 125 हो गया है. राज्य सरकार के मुताबिक बाढ़ से प्रभावित लोगों की संख्या 72 लाख के ऊपर पहुंच चुकी है.NDA के 39 लोकसभा सांसद क्षेत्रों से गायब है। सरकार के कोई भी प्रभारी मंत्री संबंधित जिलों में नहीं गए। पूरा मंत्रिमंडल नदारद है। बाढ़ विभीषिका में जलसंसाधन मंत्री का कुछ अता-पता नहीं और ना ही स्वास्थ्य व आपदा प्रबंधन मंत्री का।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) July 23, 2020
हम हरसंभव पीड़ितों व जरूरतमंदो की सहायता कर रहे है। pic.twitter.com/oisGQQ9fjb
Latest Videos