अर्थव्यवस्था में सुस्ती को दूर करने के लिये सरकार ने दिया कॉर्पोरेट टैक्स में छूट

by Arika Bragta 4 years ago Views 1718

Government gives exemption in corporate tax to rem
अर्थव्यवस्था में सुस्ती की वजह से सभी उत्पादन कंपनियों पर इसका बुरा असर देखने को मिला है. सुस्ती को दूर करने के लिए वित्त मंत्री का सबसे बड़ा ऐलान कॉर्पोरेट टैक्स में कटौती है. डोमेस्टिक कंपनी और नॉन डोमेस्टिक मैन्युफैक्चरिंग कापियों पर टैक्स के नए स्लैब की घोषणा की है.

वर्तमान कर की दो दर हैं, 400 करोड़ रुपये के सालाना टर्नओवर वाली कम्पनियों पर 25 फ़ीसदी और उससे ज़्यादा टर्नओवर वाली कम्पनियों पर 30 फीसदी. अब इन दोनों को घटा कर 22 फीसदी कर दिया गया है.


वही नई मैन्युफैक्चरिंग कंपनियां जो 1 अक्टूबर 2019 के बाद से शुरू होगी उनके लिये टैक्स रेट घटाकर 15 फीसदी कर दिया गया है लेकिन यह टैक्स रेट कंपनियां पर तभी लागू होगा. अगर वह कोई भी छूट या इंटेंसिव नहीं लेगी. अगर नई कम्पनियां छूट लेटी हैं तो उन्हे 17 फीसदी टैक्स देना होगा जिसमे सरचार्ज और सेस शामिल होगा.

वित्त मंत्री ने कहा कि बाकी कम्पनिया भी कम टैक्स रेट को चुन सकती हैं लेकिन जो फायदे वो ले रहीं हैं अगर वो उसे छोड़ने के लिए तैयार हो तो, जिन लिस्टेड कंपनियों ने 5 जुलाई से पहले शेयर बाय बैक का ऐलान किया था उन्हे  टैक्स नहीं देना होगा.

बजट में घोषित कैपिटल गेन्स की सिक्योरिटी सेल पर हायर सरचार्ज लागू नहीं होगा. कम्पनियां जो रियायत लेती है उनके मिनिमम अल्टरनेटिव टैक्स यानी MAT में 18 फीसदी से 15 फीसदी तक की कटौती की गई है. कम्पनियो को 2 फीसदी कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी की रकम पीएसयू इन्क्यूबेटर्स और पब्लिक फण्ड एजुकेशन जेसे IITs इत्यादि को देनी होगी. वित्त मंत्री की घोषणा के बाद सेंसेक्स में 2000 से ज्यादा अंक का उछाल आया.

इससे पहले वित्त मंत्री ने विदेशी निवेश को लेकर बड़े ऐलान किये थे लेकिन इक्विटी बाजार से निवेशकों के द्वारा निकासी जारी है. देखना ये है कि क्या आने वाले समय में इसका अर्थव्यवस्था में आई मंदी पर कितना असर पड़ेगा.

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