"सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने की वजह से अमेरिका में तेज़ी से बढ़ रहे कोरोना के मामले"
अमेरिका में कोरोना वायरस मरीज़ों की संख्या में तेज़ी से हो रही बढ़ोतरी साफ दर्शाती है कि अमेरिकी लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे हैं। ऐसे कहना है व्हाइट हाउस कोविड-19 कोऑर्डिनेटर देबोरा बर्क्स का।
देबोरा बर्क्स ने कहा, “16 दिनों पहले राष्ट्रपति ट्रंप ने सोशल डिस्टेंसिंग की अपील की थी लेकिन कोई भी इसको फॉलो नहीं कर रहा। इन 16 दिनों में अमेरिका में मरीज़ों की संख्या में तेज़ी से इज़ाफा हुआ है। ये वही लोग हैं जिन्होंने गाइडलाइन का पालन नहीं किया और घर से बाहर निकलते रहे। वायरस के संक्रमण के बढ़ते मामले के देखते हुए राष्ट्रपति ट्रंप ने सोशल डिस्टेंसिंग की गाइडलाइन को 30 अप्रैल तक के लिए बढ़ा दिया है।”
बता दें कि, कोरोना वायरस महामारी की मार सबसे ज़्यादा अमेरिका पर पड़ी है। अमेरिका में इस वायरस से 2,40,000 से ज़्यादा लोग संक्रमित हुए हैं। इनमें करीब 9000 मौतें हुई हैं और करीब 30,000 लोगों को इस वायरस के संक्रमण से ठीक हो चुके हैं। देश में भी कोरोना वायरस संक्रमित मरीज़ों की संख्या तेज़ी से बढ़ रही है। पिछले चार दिनों में ही एक हज़ार से ज़्यादा मामले सामने आए हैं। फिलहाल इस बीमारी के वैक्सीन की खोज जारी है लेकिन रिसर्च संस्थानों ने इस वायरस संक्रमण से बचने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग पर ध्यान देने की अपील की है। भारत में भी 21 दिनों का लॉकडाउन इसीलिए लागू किया गया है ताकि लोग बेवजह घरों से बाहर न निकलें। लेकिन इसकी वजह से लाखों प्रवासी मज़दूर अपने घरों की ओर लौट गए, जिससे वायरस के फैलने का ख़तरा और बढ़ गया है। सरकार का कहना है कि ऐसे छ: लाख से ज़्यादा लोग अभी भी शिविरों में रह रहे हैं। ये भी देखिए
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