नेपाल के केबल ऑपरेटरों ने भारतीय न्यूज़ चैनलों का प्रसारण रोका

by Shahnawaz Malik 3 years ago Views 4117

Nepal's operators halts broadcasting of Indian new
नेपाली केबल ऑपरेटरों ने गुरुवार शाम कई भारतीय चैनलों का प्रसारण अचानक रोक दिया. ऑपरेटरों का कहना है कि भारतीय मीडिया में उनके प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के ख़िलाफ आपत्तिजनक ख़बरें प्रसारित की जा रही हैं. इस पाबंदी से कुछ घंटे पहले नेपाल सरकार के प्रवक्ता युवराज खाटीवाड़ा ने भारतीय मीडिया पर राजनीतिक और क़ानूनी कार्रवाई का ऐलान किया था. उन्होंने आरोप लगाया था कि भारतीय मीडिया में पीएम केपी शर्मा ओली के ख़िलाफ़ अपमानजनक और आधारहीन ख़बरें प्रसारित की जा रही हैं.

अपनी वीकली प्रेस कांफ्रेंस में युवराज खाटीवाड़ा ने कहा, ‘नेपाल की छवि, राष्ट्रीयता, संप्रभुता और नेपाल के नागरिकों की प्रतिष्ठा को चोट पहुंचाने के लिए ज़िम्मेदार भारतीय मीडिया के ख़िलाफ़ कार्रवाई का उनके पास पूरा अधिकार है. हमने भारत सरकार से कहा है कि ऐसी ख़बरों को प्रसारित और प्रकाशित करना बंद कर दें.’


नेपाल के मशहूर अख़बार काठमांडू पोस्ट के मुताबिक ज़ी मीडिया ने प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली और नेपाल में चीनी राजदूत हाओ यांकी के बीच संबंधों को लेकर सनसनीखेज़ दावे किए थे. हालांकि 15 मिनट तक प्रसारित हुई ख़बर में लगाए गए आरोपों का कोई आधार नहीं था और ना ही कोई सबूत सामने रखे गए.

काठमांडू पोस्ट का दावा है कि नेपाली जनता, राजनेताओं, नागरिक संगठनों ने इस वीडियो की निंदा की है. नेपाली सोशल मीडिया में कहा जा रहा है कि ज़ी मीडिया दुष्प्रचार कर रहा है और स्त्री द्वेष से भरी ख़बरें प्रसारित कर रहा है. नेपाल की सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी के सलाहकार और फेडरेशन ऑफ नेपाली जर्नलिस्ट्स ने भी ऐसी ख़बरों पर चिंता ज़ाहिर की है.

नेपाल के विदेश मंत्री प्रदीप ग्यावली ने कहा, ‘दिल्ली स्थित नेपाली दूतावास ने मामले का संज्ञान लिया है और भारतीय प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में प्रसारित आपत्तिजनक ख़बरों पर गंभीर चिंता ज़ाहिर की है. नेपाली दूतावास ने इस मामले को भारतीय विदेश मंत्रालय के सामने उठाया है.’ उन्होंने कहा कि दिल्ली में नेपाली राजदूत नीलांबर आचार्य ने भारतीय विदेश मंत्रालय से कहा है कि मीडिया में प्रसारित ऐसी ख़बरों से भारत-नेपाल के सदियों पुराने रिश्तों का नुकसान होगा.

वहीं नेपाल के पीएम केपी शर्मा ओली के मीडिया सलाहकार सूर्या थापा ने कहा कि नेपाली केबल ऑपरेटरों ने अपनी ज़िम्मेदारी समझते हुए कुछ भारतीय चैनलों का प्रसारण रोका है. सरकार ने केबल ऑपरेटरों से ऐसी कोई अपील नहीं की थी. नेपाली केबल टीवी एसोसिएशन ने भी मीडिया से कहा है कि उन्होंने अपनी इच्छा से कुछ भारतीय चैनलों का प्रसारण रोका है.

भारत और नेपाल के रिश्तों में दरार मई के महीने में उस वक्त आई जब भारत ने लिपुलेख में सड़क का निर्माण किया जिसे नेपाल अपना हिस्सा मानता है. इसके जवाब में नेपाल सरकार ने 20 मई को अपने देश का नया नक्शा जारी कर दिया और भारतीय हिस्से वाले लिपुलेख, लिंपियाधुरा और कालापानी को अपने देश का क्षेत्र घोषित कर दिया. मामला तब और बिगड़ गया जब नेपाली संसद ने इस नक्शे पर क़ानूनी मुहर लगा दी. तभी से दोनों देशों के बीच रिश्तों की गर्माहट पर बर्फ पड़ती जा रही है. नेपाल ने भारतीय मीडिया पर इस रिश्ते को और बिगाड़ने का आरोप लगा दिया है.

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