14,000 करोड़ रूपये से भी ज्यादा पैसा सर्कुलेशन से ग़ायब, शामिल हैं केवल 2000 के नोट

by Arika Bragta 4 years ago Views 3489

Black Money
काला धन रोकने के लिए नोटबंदी के दौरान ज़ोर-शोर से शुरु किए गये 2 हज़ार रुपये के नोटों का प्रचलन वित्त वर्ष 2019 में कम हो गया है जबकि इसी दौरान 500 रुपये के नोटों का चलन बढ़ गया है. ये आंकड़े रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में जारी किए हैं.

हाल ही में आई इस रिपोर्ट में बताया गया है कि वित्त वर्ष 2018 में 2 हज़ार रुपये के 6 लाख 72 हज़ार 642 करोड़ रुपये मूल्य के नोट सर्कुलेशन में थे, जो वित्त वर्ष 2019 में घटकर 6 लाख 58 हज़ार199 करोड़ रुपये रह गए यानी 2 हज़ार रुपये के 14 हज़ार 443 करोड़ रुपये मूल्य के नोट सर्कुलेशन से ग़ायब हो गए.


दूसरी तरफ़ इस दरमियान 500 रुपये के नोटों के चलन में बढ़ोत्तरी हुई है. वित्त वर्ष 2018 में पांचसौ रुपये के 7 लाख 73 हज़ार 429 करोड़ रुपये मूल्य के नोट सर्कुलेशन में थे, जो वित्त वर्ष 2019 में बढ़कर 10 लाख 75 हज़ार 881 करोड़ रुपये रह गए. यानी एक साल में 3 लाख 2 हज़ार 452 करोड़ रुपये मूल्य के 500 रुपये के नोट बढ़ गए, ये बढ़ोत्तरी 39.10 प्रतिशत है.

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सरकार ने नोटबंदी के दौरान कैशलेस इकोनोमी की भी बात की थी, मगर हालात ये है कि इस वक्त Currency In Circulation अपने उच्चतम स्तर पर है. RBI के मुताबिक इस साल 6 सितम्बर को  21 लाख 91 हज़ार 589 करोड़ रुपये Circulation में थे. जबकि नोटबंदी से पहले ये 17 लाख 97 हज़ार करोड़ रुपये था. नोटबंदी के तुरंत बाद गिरने के बाद से इसमें लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है.

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