कश्मीर घाटी में हालात बेहद ख़राब, अक्टूबर में होने वाली इनवेस्टर्स समिट रद्द
जम्मू कश्मीर प्रशासन ने अक्टूबर में होने वाली इनवेस्टर्स समिट 2020 तक के लिए टाल दिया है. राज्यपाल सत्यपाल मालिक ने कहा कि समिट में निवेशकों की भागीदारी के लिए ज़रूरी तैयारियां अभी तक नहीं हो पाई हैं. समिट अगले साल कराई जायेगी तो निवेशकों की भागीदारी के लिए ज़रूरी समय मिल पाएगा.
जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद 12-14 अक्टूबर के बीच घाटी में इनवेस्टर्स समिट कराए जाने का ऐलान किया था. दावा किया गया था कि इस समिट में 2000 से ज्यादा निवेशक हिस्सा लेंगे. मगर इस समिट का अगले साल तक के लिए टलना जम्मू-कश्मीर प्रशासन और केंद्र सरकार के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है.
वीडियो देखिये समिट टलने की सबसे बड़ी वजह घाटी के हालात हैं. तक़रीबन 45 दिन गुज़र जाने के बावजूद यहां ज़िंदगी पटरी पर नहीं आ सकी है. कारोबारी अभी भी श्रीनगर में दुकानें नहीं खोल रहे हैं. स्कूल खुल रहे हैं लेकिन वहां बच्चे नहीं पहुंच रहे हैं. बाग़ीचों में सेब तैयार हैं लेकिन कारोबारियों को ख़रीदार नहीं मिल रहे. इतने दिन गुज़र जाने के बावजूद घाटी में इंटरनेट और मोबाइल सेवा भी नहीं शुरू की गई है. इन हालात में इनवेस्टर्स समिट कराना जम्मू-कश्मीर सरकार के लिए एक बड़ा जोखिम साबित हो सकता था. लिहाज़ा तैयारियों का हवाला देकर इसे टाल दिया गया है.
वीडियो देखिये समिट टलने की सबसे बड़ी वजह घाटी के हालात हैं. तक़रीबन 45 दिन गुज़र जाने के बावजूद यहां ज़िंदगी पटरी पर नहीं आ सकी है. कारोबारी अभी भी श्रीनगर में दुकानें नहीं खोल रहे हैं. स्कूल खुल रहे हैं लेकिन वहां बच्चे नहीं पहुंच रहे हैं. बाग़ीचों में सेब तैयार हैं लेकिन कारोबारियों को ख़रीदार नहीं मिल रहे. इतने दिन गुज़र जाने के बावजूद घाटी में इंटरनेट और मोबाइल सेवा भी नहीं शुरू की गई है. इन हालात में इनवेस्टर्स समिट कराना जम्मू-कश्मीर सरकार के लिए एक बड़ा जोखिम साबित हो सकता था. लिहाज़ा तैयारियों का हवाला देकर इसे टाल दिया गया है.
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