ग्रामीण इलाकों के मुकाबले शहरों में अधिक बेरोजगारी

by Arika Bragta 4 years ago Views 1600

unemployment increases in the country from august
अर्थव्यवस्था की रफ़्तार में सुस्ती और मांग में गिरावट से बेरोज़गारी का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। सेंटर ऑफ़ मॉनिटरिंग इंडियन इकॉनमी यानी सीएमआईई के आंकड़ों के मुताबिक शहरी और ग्रामीण इलाकों में बेरोज़गारी अगस्त 2018 से जुलाई 2019 में बढ़ी है।

शहरी इलाकों में बेरोजगारी दर


अगस्त 2018 में शहरों में बेरोजगारी दर 6.72 फीसदी थी जो सितंबर 2018 में बढ़ कर 7.38 फीसदी हो गई। बेरोजगारी के इस उतार चढ़ाओ में अक्टूबर 2018 में यह आंकड़ा 7.12 फीसदी पर तो पहुंचा लेकिन फिर नवंबर में 7.33 फीसदी और दिसंबर में ये बढ़कर 7.48 फीसदी पर पहुंच गया। 

जनवरी 2019 में देश में बेरोजगारी दर बढ़कर 8.58 फीसदी हो गया जो फरवरी महीने में 7.69 फीसदी के साथ कमी दर्ज की गई। यदि मार्च 2019 से जुलाई 2019 तक के आंकड़ों पर नज़र डालें तो मार्च में 7.72 फीसदी, अप्रैल में 7.57 फीसदी, मई में 8.53 फीसदी वहीं जून महीने में यह 8.29 फीसदी जुलाई में बेरोजगारी दर 8.57 फीसदी पर पहुंच गई।

ग्रामीण इलाकों में बेरोज़गारी दर

अगस्त 2018 में ये 6.06 फीसदी थी सितम्बर में 6.05, अक्टूबर में 6.69 फीसदी, नवंबर में 6.32 फीसदी, दिसंबर में यह आंकड़ा बढ़ कर 6.80 फीसदी, जनवरी 2019 में 6.05 फीसदी, फ़रवरी में 6.97 फीसदी, मार्च में 6.15, अप्रैल में 7.25 फीसदी, मई में 6.53 फीसदी, जून में 7.72 फीसदी और जुलाई में भी यह आकंड़ा 7.02 फीसदी हो गया।

जिन राज्यों में रोजगार का बुरा हाल है उनमें त्रिपुरा में 23.3 फीसदी, हिमाचल प्रदेश में 19.6 फीसदी, हरियाणा में 19.5 फीसदी, जम्मू कश्मीर में 17.4 फीसदी, दिल्ली में 14.6 फीसदी, बिहार में 13.7 फीसदी, गोवा में 11.8 फीसदी और राजस्थान में 10.6 फीसदी और पंजाब में बेरोज़गारी दर 10.3 फीसदी है।

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