मध्यप्रदेश के सीएम की विधानसभा में 5 दिन से भूखे प्यासे खड़े है किसान, नहीं हो रही गेहूं की ख़रीद
मध्य प्रदेश में किसानों को गेहूं की खरीदी में बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मध्य प्रदेश के सीहोर जिले के बुधनी में गेहूं खरीद केंद्र पर लंबी-लंबी लाइनें लग रही है। किसान गेहूं को लेकर केंद्र पर पहुंच तो रहे है लेकिन गेंहू की तुलाई नहीं हो पा रही है।
यह सीहोर जिले का बरखेड़ा असान गांव है जोकि बुधनी विधानसभा में आता है और यहां से प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खुद विधायक है। यहां पर ट्रैक्टरों की तकरीबन एक किलोमीटर लंबी लाइन में दो सौर से ज्यादा ट्रेक्टर खड़े हुए है, जिनमें हज़ारो क्विंटल गेहूं भरा हुआ है।
वीडियो देखिये पिछले चार दिनों से यह किसान भूखे-प्यासे खड़े हुए है। लेकिन फिर भी इनके गेंहू की तुलाई भी अभी तक नहीं हो सकी है। वहीँ किसानो की मांग है की जल्द से जल्द ज़िला प्रशासन इसपर गौर करे ताकि किसान अपने गेहूं को बेचकर घर वापस जा सकें। वहीं इस मामले को लेकर अब विपक्ष में बैठी कांग्रेस हमलावर हो गई है। कालापीपल से कांग्रेस विधायक और मध्य प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष कुणाल चौधरी ने आरोप लगाया कि शिवराज सिंह की सरकार गेहूं की खरीदी के दौरान किसानों को प्रताड़ित कर रही है।
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वीडियो देखिये पिछले चार दिनों से यह किसान भूखे-प्यासे खड़े हुए है। लेकिन फिर भी इनके गेंहू की तुलाई भी अभी तक नहीं हो सकी है। वहीँ किसानो की मांग है की जल्द से जल्द ज़िला प्रशासन इसपर गौर करे ताकि किसान अपने गेहूं को बेचकर घर वापस जा सकें। वहीं इस मामले को लेकर अब विपक्ष में बैठी कांग्रेस हमलावर हो गई है। कालापीपल से कांग्रेस विधायक और मध्य प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष कुणाल चौधरी ने आरोप लगाया कि शिवराज सिंह की सरकार गेहूं की खरीदी के दौरान किसानों को प्रताड़ित कर रही है।
उन्होंने कहा कि यह पहले की तरह किसानों की छाती पर गोली मारने के जैसा है, जैसे पिछली बीजेपी सरकार में होता था वैसे ही अब फिर किसानों को पांच -पांच दिनों तक लाईनो में लगना पड़ रहा है। किसानों ने यह भी बताया कि अपने गेहूं को खरीदी केन्द्रो तक ले जाने के लिए किसानों ने किराए पर ट्रेक्टर और ट्राली लिए हुए है। व्यापारियों के द्वारा गेहूं नहीं खरीदने पर वह वाहन को वापस घर ले जाते हैं। मगर उनके गेहूं नहीं खरीदे जा रहा हैं। इससे किसानों को दुगना भा़ड़ा भी देना पड़ता हैं। बेमौसम बारिश की वजह से पहले ही किसानों के खेतों में लगी दूसरी फसल और गेहूं दोनों बर्बाद हो चुके हैं। वहीं अब उनकी गेहूं की खरीदी भी नहीं हो पा रही है, जिससे किसानों पर दुगना भार पड़ रहा है। यह प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह की बुधनी विधानसभा के हालात है तो अब आप सोच सकते है की प्रदेश के अन्य जगहों पर क्या हालात होंगे।मुख्यमंत्री @ChouhanShivraj के अहंकार, अमानवीयता और अज्ञानता के कारण कोरोना के कहर के बीच भाजपा सरकार की नीतियां अन्नदाता की कमर तोड़ रही है। भाजपा सरकार को समझना चाहिए कि किसान देश के आर्थिक विकास की धुरी है। ये धुरी अगर टूटती है, तो इसके परिणाम भयावह होगा। मेरा वक्तव्य:- 1/2 pic.twitter.com/RISYgaNNIh
— Kunal Choudhary (@KunalChoudhary_) May 12, 2020
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