शाहीन बाग़ का नहीं निकला हल, आज तीन वार्ताकार प्रदर्शनकारियों से फिर मिलेंगे
नागरिकता कानून, एनआरसी और एनपीआर के ख़िलाफ़ पूरे देश में धरना और विरोध प्रदर्शन का दौर जारी है। वहीं गुरुवार को लगातार दूसरे दिन सुप्रीम कोर्ट की ओर से नियुक्त तीनों वार्ताकार शाहीन बाग जाकर प्रदर्शनकारियों से मिलेंगे। गुरुवार को शाहीन बाग में जारी धरने का 68वां दिन है।
देश में पिछले दो महीनों से नागरिकता कानून, एनआरसी और एनपीआर के ख़िलाफ़ धरना और विरोध प्रदर्शन का दौर जारी है। दिल्ली के शाहीन बाग से शुरू हुआ धरना प्रदर्शन का दौर अब देश के अलग-अलग शहरों में फैल चुका है। सुप्रीम कोर्ट की ओर से नियुक्त तीनों वार्ताकार गुरुवार को लगातार दूसरे दिन शाहीन बाग जाकर प्रदर्शनकारियों से मिलेंगे।
इससे पहले बुधवार को सुप्रीम कोर्ट की ओर से नियुक्त तीनों वार्ताकार संजय हेगड़े, साधना रामचंद्रन और वजाहत हबीबुल्लाह ने शाहीन बाग़ जाकर प्रदर्शनकारियों से मुलाक़ात की। हालांकि ये मुलाकात बेनतीजा ही रही और कोई भी हल नहीं निकल सका। वीडियो देखिये तीनों वार्ताकार जहां मीडिया की मौजूदगी में प्रदर्शनकारियों के साथ बातचीत नहीं करना चाहते, वहीं प्रदर्शनकारी मीडिया के सामने ही बातचीत करने को कह रहे हैं। साथ ही प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब तक CAA को वापस नहीं लिया जाता है, तब तक वो पीछ नहीं हटेंगे। गुरुवार को शाहीन बाग में जारी धरने का 68वां दिन है। वहीं बुधवार को नागरिकता क़ानून, एनआरसी और एनपीआर के ख़िलाफ़ के ख़िलाफ़ चेन्नई में लाखों की संख्या में प्रदर्शनकारियों ने प्रदर्शन किया और राज्य सचिवालय घेरने की कोशिश की। उधर बुधवार को उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में नागरिकता क़ानून, एनआरसी और एनपीआर के ख़िलाफ़ जारी धरने में भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर आजाद भी शामिल हुए।
देश में पिछले दो महीनों से नागरिकता कानून, एनआरसी और एनपीआर के ख़िलाफ़ धरना और विरोध प्रदर्शन का दौर जारी है। दिल्ली के शाहीन बाग से शुरू हुआ धरना प्रदर्शन का दौर अब देश के अलग-अलग शहरों में फैल चुका है। सुप्रीम कोर्ट की ओर से नियुक्त तीनों वार्ताकार गुरुवार को लगातार दूसरे दिन शाहीन बाग जाकर प्रदर्शनकारियों से मिलेंगे।
इससे पहले बुधवार को सुप्रीम कोर्ट की ओर से नियुक्त तीनों वार्ताकार संजय हेगड़े, साधना रामचंद्रन और वजाहत हबीबुल्लाह ने शाहीन बाग़ जाकर प्रदर्शनकारियों से मुलाक़ात की। हालांकि ये मुलाकात बेनतीजा ही रही और कोई भी हल नहीं निकल सका। वीडियो देखिये तीनों वार्ताकार जहां मीडिया की मौजूदगी में प्रदर्शनकारियों के साथ बातचीत नहीं करना चाहते, वहीं प्रदर्शनकारी मीडिया के सामने ही बातचीत करने को कह रहे हैं। साथ ही प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब तक CAA को वापस नहीं लिया जाता है, तब तक वो पीछ नहीं हटेंगे। गुरुवार को शाहीन बाग में जारी धरने का 68वां दिन है। वहीं बुधवार को नागरिकता क़ानून, एनआरसी और एनपीआर के ख़िलाफ़ के ख़िलाफ़ चेन्नई में लाखों की संख्या में प्रदर्शनकारियों ने प्रदर्शन किया और राज्य सचिवालय घेरने की कोशिश की। उधर बुधवार को उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में नागरिकता क़ानून, एनआरसी और एनपीआर के ख़िलाफ़ जारी धरने में भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर आजाद भी शामिल हुए।
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