आठ हफ्ते में एक लाख करोड़ से अधिक निवेश, जियो ने 22 फ़ीसदी हिस्सेदारी बेची
देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी रिलायंस जिओ लगातार अपना कारोबार मज़बूत करने में लगी है. रिलायंस जिओ ने 22 अप्रैल से लेकर अब तक 10 बड़े इन्वेस्टर्स को अपनी हिस्सेदारी बेचकर एक लाख करोड़ रुपए से ज़्यादा की पूंजी जुटा ली है. आंकड़े बताते हैं कि जियो ने महज़ आठ हफ्ते में कंपनी की 22.38 फ़ीसदी हिस्सेदारी बेची है.
नया नाम अमेरिकी कंपनी टीपीजी का है जिसने 4,546.80 करोड़ रुपए के निवेश से रिलायंस जिओ में 0.93 फीसदी ख़रीद ली. वहीं अर्नोल्ट एल कटारटोन को 0.39 फ़ीसदी हिस्सेदारी 1894.50 करोड़ रुपए में बेचने का ऐलान हुआ है.
जिओ अब तक दस बड़े निवेशकों को अपने शेयर्स का 22.38 फ़ीसदी हिस्सा बेच चुका है और एक लाख चार हज़ार 326.95 करोड़ की पूंजी जमा कर चुका है. इनमें अबू धाबी की कंपनी मुबाडला के अलावा फेसबुक, सिल्वर लेक, विस्टा इक्विटी पार्टनर्स, जनरल अटलांटिक, केकेआर, ऐडीआईऐ, टीपीजी, अर्नोल्ट एल कटारटोन जैसे बड़े नाम शामिल हैं। फेसबुक ने 43 हज़ार 573 करोड़ रुपए में जियो की 9.99 फीसदी हिस्सेदारी ख़रीदी. इन निवेशों के बाद जिओ की इक्विटी स्टेक वैल्यू अब 4 लाख 91 हज़ार करोड़ हो गई है. वीडियो देखिए एक लाख करोड़ से ज़्यादा के निवेश से यह साफ है कि जिओ अब और मज़बूती के साथ बाज़ार में अपनी पैठ जमाएगा. देश की सबसे बड़ी निजी टेलीकॉम कंपनी का तमगा उसे पहले ही हासिल है.
जिओ अब तक दस बड़े निवेशकों को अपने शेयर्स का 22.38 फ़ीसदी हिस्सा बेच चुका है और एक लाख चार हज़ार 326.95 करोड़ की पूंजी जमा कर चुका है. इनमें अबू धाबी की कंपनी मुबाडला के अलावा फेसबुक, सिल्वर लेक, विस्टा इक्विटी पार्टनर्स, जनरल अटलांटिक, केकेआर, ऐडीआईऐ, टीपीजी, अर्नोल्ट एल कटारटोन जैसे बड़े नाम शामिल हैं। फेसबुक ने 43 हज़ार 573 करोड़ रुपए में जियो की 9.99 फीसदी हिस्सेदारी ख़रीदी. इन निवेशों के बाद जिओ की इक्विटी स्टेक वैल्यू अब 4 लाख 91 हज़ार करोड़ हो गई है. वीडियो देखिए एक लाख करोड़ से ज़्यादा के निवेश से यह साफ है कि जिओ अब और मज़बूती के साथ बाज़ार में अपनी पैठ जमाएगा. देश की सबसे बड़ी निजी टेलीकॉम कंपनी का तमगा उसे पहले ही हासिल है.
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