लंदन फोरेक्स मार्केट में रूपये की खरीद बढ़ी, इसका क्या असर होगा?
लंदन के फोरेक्स मार्केट में भारतीये रुपये की बढ़ती ख़रीद बिक्री से क्या संकेत मिलते हैं? बैंक फॉर इंटरनेशनल सेट्लमेंट यानि BIS के आंकड़ों के अनुसार लंदन में रुपए की ट्रेडिंग में उछाल देखने को मिला है।
डेली वॉल्यूम अप्रैल में $ 46.8 बिलियन बढ़ गया है। यह अभी तक का भारत में दर्ज किए गए $ 34.5 बिलियन से अधिक है। 2016 में यह 8.8 बिलियन डॉलर से पांच गुना अधिक होगया है | यह अभी तक का भारत में दर्ज किए गए $ 34.5 बिलियन से अधिक है।
बीआईएस के अनुसार,सिंगापुर, हांगकांग और अमरीका में फॉरेन एक्सचेंज यानि फॉरेक्स में रुपए की ट्रेडिंग में 2016 के मुकाबले 2019 में वृद्धि आयी है | UK में 2016 में रुपये का व्यापार 8.8 बिलियन डॉलर था जो की 2019 में बढ़ कर 46.8 बिलियन डॉलर होगया। भारत में 2016 में यह 29.6 बिलियन डॉलर था जो की 2019 में बढ़ कर 34.5 बिलियन डॉलर होगया है। सिंगापुर में रुपये की ट्रेडिंग 2016 में 16.2 बिलियन डॉलर थी जो 2019 में 18.6 बिलियन डॉलर हो गई है। यूनाइटेड स्टेट्स में 2016 में 5.9 बिलियन डॉलर की रुपए की ट्रेडिंग हुई थी जो 2019 में 14.4 बिलियन डॉलर हो गई है। होन्ग कोंग में 5.6 बिलियन डॉलर के रुपए की ट्रेडिंग हुई थी जो 2019 में 12.6 बिलियन डॉलर होगई। लेकिन सवाल है की क्या अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा बाज़ार में रुपय के बढ़ते व्यापार से भारतीय अर्थव्यवस्था पर थोड़ा सा भी असर पड़ेगा? जवाब है नहीं। लेकिन एक उम्मीद ज़रूर बढ़ती है की शायद रुपय की क़ीमत बढ़ने से थोड़ा फ़ायेदा हो जाए।
बीआईएस के अनुसार,सिंगापुर, हांगकांग और अमरीका में फॉरेन एक्सचेंज यानि फॉरेक्स में रुपए की ट्रेडिंग में 2016 के मुकाबले 2019 में वृद्धि आयी है | UK में 2016 में रुपये का व्यापार 8.8 बिलियन डॉलर था जो की 2019 में बढ़ कर 46.8 बिलियन डॉलर होगया। भारत में 2016 में यह 29.6 बिलियन डॉलर था जो की 2019 में बढ़ कर 34.5 बिलियन डॉलर होगया है। सिंगापुर में रुपये की ट्रेडिंग 2016 में 16.2 बिलियन डॉलर थी जो 2019 में 18.6 बिलियन डॉलर हो गई है। यूनाइटेड स्टेट्स में 2016 में 5.9 बिलियन डॉलर की रुपए की ट्रेडिंग हुई थी जो 2019 में 14.4 बिलियन डॉलर हो गई है। होन्ग कोंग में 5.6 बिलियन डॉलर के रुपए की ट्रेडिंग हुई थी जो 2019 में 12.6 बिलियन डॉलर होगई। लेकिन सवाल है की क्या अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा बाज़ार में रुपय के बढ़ते व्यापार से भारतीय अर्थव्यवस्था पर थोड़ा सा भी असर पड़ेगा? जवाब है नहीं। लेकिन एक उम्मीद ज़रूर बढ़ती है की शायद रुपय की क़ीमत बढ़ने से थोड़ा फ़ायेदा हो जाए।
Latest Videos