औंधे मुंह गिरा शेयर बाज़ार, रूपये में भी कमज़ोरी आई
सऊदी अरब के ऑयल फ़ील्ड्स पर हुए ड्रोन हमलों का असर शेयर बाज़ार पर दूसरे दिन भी जारी रहा। हालांकि अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल के दाम मंगलवार को स्थिर रहे। मगर कच्चे तेल की सप्लाई में कमी की ख़बरों से शेयर बाज़ार में सोमवार से भी ज़्यादा गिरावट आ गई। मंगलवार को सेंसेक्स 642 अंक और निफ़्टी 186 अंक नीचे गिरकर बंद हुए।
निफ़्टी ने 10 हज़ार 850 का अपना महत्वपूर्ण स्तर तोड़ दिया। बाज़ार में बिकवाली इस कदर छाई रही कि सेंसेक्स के 30 में से 27 स्टॉक लाल निशान में बंद हुए। सबसे बुरा हाल रहा ऑटो स्टॉक्स का रहा।
बीएसई ऑटो इंडेक्स में इस दौरान 3.8 प्रतिशत की गिरावट आई। रुपये में भी सोमवार के मुक़ाबले लगभग 41 पैसे की कमज़ोरी आई। रुपया सोमवार के मुकाबले 23 पैसे की कमज़ोरी पर 71 रुपये 82 पैसे पर खुला और 71 रुपये 97 पैसे तक पहुंच गया। इसके साथ ही विदेशी पोर्टफ़ोलियो निवेशकों ने इक्विटी बाज़ार से 792 करोड़ रुपये निकाल लिए। कच्चे तेल की कीमतों में उछाल और सप्लाई में कमी की वजह से बाज़ार में अगले कुछ वक्त तक मंदी का दौर कायम रह सकता है।
बीएसई ऑटो इंडेक्स में इस दौरान 3.8 प्रतिशत की गिरावट आई। रुपये में भी सोमवार के मुक़ाबले लगभग 41 पैसे की कमज़ोरी आई। रुपया सोमवार के मुकाबले 23 पैसे की कमज़ोरी पर 71 रुपये 82 पैसे पर खुला और 71 रुपये 97 पैसे तक पहुंच गया। इसके साथ ही विदेशी पोर्टफ़ोलियो निवेशकों ने इक्विटी बाज़ार से 792 करोड़ रुपये निकाल लिए। कच्चे तेल की कीमतों में उछाल और सप्लाई में कमी की वजह से बाज़ार में अगले कुछ वक्त तक मंदी का दौर कायम रह सकता है।
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