सऊदी अरब के अरामको ऑयल फील्ड्स पर हुए ड्रोन हमले के बाद कच्चे तेल के दामों में उछाल
सऊदी अरब के अरामको ऑयल फील्ड्स पर हए ड्रोन हमले के बाद से कच्चे तेल के दामों में भारी उछाल देखने को मिला है। इस हमले के बाद सऊदी अरब ने कच्चे तेल की सप्लाई 5 फीसदी कम कर दी है।
शनिवार को अरामको ऑयल फील्ड्स पर ड्रोन हमले के बाद से विश्व भर में तेल के दामों में बढ़ोतरी देखने को मिली है, जिसका भारत पर भारी असर देखने को मिल सकता है और आपको पेट्रोल और डीज़ल की ज़्यादा कीमत चुकानी पड़ सकती है।
पेट्रोल और डीजल की कीमतें सीधे अंतर्राष्ट्रीय क्रूड तेल के दरों से जुडी हुई है। दरअसल भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल आयातक है और 70 प्रतिशत तक कच्चे तेल का आयात करता है। सऊदी अरब, भारत के लिये दूसरा सबसे बड़ा तेल और कुकिंग गैस का सप्लायर है। वीडियो देखिये इंडियन रिफाइनरी 65 दिन के क्रूड ऑयल का स्टोरेज रखता है लेकिन अगर कुछ दिन में सऊदी अरब ने कच्चे तेल की सप्लाई नहीं बढ़ाई तो भारत को तेल का आयात महंगे दाम पर बाकी देशों से करना पड़ेगा | भारत ने कच्चे तेल के आयात में 2018-19 में 111.9 बिलियन डॉलर खर्च किये थे। बढ़ते तेल के दामों की वजह से भारत के तेल के आयात का खर्चा और बढ़ जाएगा, जिसका सीधा-सीधा असर व्यापार घाटे पर पड़ना लाज़मी है।
पेट्रोल और डीजल की कीमतें सीधे अंतर्राष्ट्रीय क्रूड तेल के दरों से जुडी हुई है। दरअसल भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल आयातक है और 70 प्रतिशत तक कच्चे तेल का आयात करता है। सऊदी अरब, भारत के लिये दूसरा सबसे बड़ा तेल और कुकिंग गैस का सप्लायर है। वीडियो देखिये इंडियन रिफाइनरी 65 दिन के क्रूड ऑयल का स्टोरेज रखता है लेकिन अगर कुछ दिन में सऊदी अरब ने कच्चे तेल की सप्लाई नहीं बढ़ाई तो भारत को तेल का आयात महंगे दाम पर बाकी देशों से करना पड़ेगा | भारत ने कच्चे तेल के आयात में 2018-19 में 111.9 बिलियन डॉलर खर्च किये थे। बढ़ते तेल के दामों की वजह से भारत के तेल के आयात का खर्चा और बढ़ जाएगा, जिसका सीधा-सीधा असर व्यापार घाटे पर पड़ना लाज़मी है।
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