बिहार के बाढ़ग्रस्त इलाक़ों में 1 अगस्त तक भारी बारिश की आशंका, सात नदियां उफान पर
बिहार में सैलाब से बिगड़ते हालात के बीच मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि एक अगस्त तक राज्य के उत्तरी इलाक़ों में तेज़ बारिश के आसार हैं. राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक अब तक राज्य के 38 में से 11 ज़िलों में 24 लाख लोग बाढ़ का शिकार हुए हैं.
दरभंगा बिहार का सबसे ज़्यादा प्रभावित ज़िला बन गया है. यहां गांव के गांव पानी में डूब गए हैं और जलस्तर तेज़ी से बढ़ रहा है. बाढ़ का पानी सितामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, मुज़फ़्फ़रपुर, गोपालगंज, पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, खगड़िया और सारण ज़िले में भी जगह-जगह घुस गया है. माना जा रहा है कि अगले कुछ दिनों में उत्तरी बिहार में बाढ़ से हालात बद से बदतर होते जाएंगे.
राज्य के 15 ज़िलों में 24 जगहों पर छह नदियां ख़तरे के निशान के ऊपर बह रही हैं. इनमें गंडक नदी पूर्वी और पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज, मुज़फ़्फ़रपुर और वैशाली, बूढ़ी गंडक पूर्वी और पश्चिमी चंपारण, मुज़फ़्फ़रपुर, समस्तीपुर और खगड़िया, बागमती और अधवारा नदी सीतामढ़ी, शिवहर, मुज़फ़्फ़रनगर, दरभंगा, कमला नदी मधुबनी, कोसी नदी सुपौल, खगड़िया और कटिहार और महानंदा नदी पुर्णिया और कटिहार में ख़तरे के निशान के ऊपर हैं. इन सभी जगहों पर तटबंधों पर दबाव बढ़ता जा रहा है. इन तटबंधों को लेकर ज़िला प्रशासन अलर्ट पर है. जल संसाधन विभाग के इंजीनियरों को भी निगरानी करने के लिए कहा गया है. बाढ़ से जूझ रहे लाखों की आबादी के लिए एनडीआरएफ की सात टीमें और एसडीआरएफ की आठ टीमें राहत और बचाव अभियान चला रही हैं. मौसम और बाढ़ से हालात बिगड़ने पर गोपालगंज, दरभंगा और पूर्वी चंपारण में वायुसेना के हेलिकॉप्टर ने फूड पैकेट्स गिराने का काम रोक दिया है जो 25 जुलाई को शुरू किया गया था. राज्य आपदा प्रबंधन विभाग इन इलाक़ों में अब नावों के ज़रिए फूड पैकेट्स बाढ़ पीड़ितों तक पहुंचाने की कोशिश कर रहा है.
राज्य के 15 ज़िलों में 24 जगहों पर छह नदियां ख़तरे के निशान के ऊपर बह रही हैं. इनमें गंडक नदी पूर्वी और पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज, मुज़फ़्फ़रपुर और वैशाली, बूढ़ी गंडक पूर्वी और पश्चिमी चंपारण, मुज़फ़्फ़रपुर, समस्तीपुर और खगड़िया, बागमती और अधवारा नदी सीतामढ़ी, शिवहर, मुज़फ़्फ़रनगर, दरभंगा, कमला नदी मधुबनी, कोसी नदी सुपौल, खगड़िया और कटिहार और महानंदा नदी पुर्णिया और कटिहार में ख़तरे के निशान के ऊपर हैं. इन सभी जगहों पर तटबंधों पर दबाव बढ़ता जा रहा है. इन तटबंधों को लेकर ज़िला प्रशासन अलर्ट पर है. जल संसाधन विभाग के इंजीनियरों को भी निगरानी करने के लिए कहा गया है. बाढ़ से जूझ रहे लाखों की आबादी के लिए एनडीआरएफ की सात टीमें और एसडीआरएफ की आठ टीमें राहत और बचाव अभियान चला रही हैं. मौसम और बाढ़ से हालात बिगड़ने पर गोपालगंज, दरभंगा और पूर्वी चंपारण में वायुसेना के हेलिकॉप्टर ने फूड पैकेट्स गिराने का काम रोक दिया है जो 25 जुलाई को शुरू किया गया था. राज्य आपदा प्रबंधन विभाग इन इलाक़ों में अब नावों के ज़रिए फूड पैकेट्स बाढ़ पीड़ितों तक पहुंचाने की कोशिश कर रहा है.
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