विशाखापट्टनम में फैक्ट्री में गैस रिसाव से 2 कर्मचारियों की मौत, जबकि 4 लोग अस्पताल में भर्ती
आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में सोमवार रात एक फैक्ट्री में हुए गैस रिसाव से दो कर्मचारियों की मौत हो गई है जबकि 4 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. घटना सोमवार रात साढ़े ग्यारह बजे की है जब परवाड़ा के जवाहरलाल नेहरू फार्मा सिटी स्थित सैनर लाइफ साइंस फार्मा कंपनी से बेंजीमिडाजोल नामक जहरीली गैस की लीकेज शुरू हुई.
परवाड़ा पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर उदय कुमार के मुताबिक जिस समय गैस लीक हुई उस वक़्त फार्मा कंपनी में तकरीबन तीस लोग मौजूद थे। वहां मौजूद लोगों ने बताया कि रात साढ़े ग्यारह बजे अचानक छह कर्मचारी चक्कर खाकर एक दम बेहोश होकर गिर पड़े, सभी बेहोश कर्मचारियों को अस्पताल ले जाया गया जहां दो की मौत हो गई और चार का इलाज अस्पताल में चल रहा है.
पुलिस के मुताबिक मारे गए कर्मचारियों की पहचान गौरी शंकर और नरेंद्र के रूप में हुई है. अस्पताल में भर्ती कर्मचारियों की हालत भी बेहद गंभीर बताई जा रही है. गैस लीक होने की खबर के बाद कलेक्टर वी विनय चंद, पुलिस कमिश्नर आरके मीना समेत पुलिस के सभी बड़े अधिकारी घटना स्थल पर पहुंच गए. सभी गैस लीक के कारणों का पता लगाने में जुटे है मगर गैस लीक कैसे हुई इसके बारे में अभी तक कुछ पता नहीं चल सका है. वहीं आंध्र प्रदेश के सीएम कार्यालय ने बताया कि मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी इस घटना पर नज़र बनाए हुए है और उन्होंने गैस लीक मामलों को लेकर तुरंत जांच करने के आदेश भी दे दिए हैं. यह पहला मौका नहीं है जब विशाखापट्टनम में गैस लीक की घटना हुई हो. इस पहले 8 मई को विशाखापट्टनम के वेंकटपुरम इलाके की एक एलजी पॉलिमर्स केमिकल फैक्ट्री से स्टाइरीन गैस लीक होने से 12 लोगों की जान चली गयी थी, जिसमें दो बच्चे भी शामिल थे. जबकि 500 से ज्यादा लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. स्टाइरीन गैस प्लास्टिक, फाइबर ग्लास, रबर और पाइप बनाने में इस्तेमाल होती है. गैस का असर प्लांट के आसपास तीन से चार किमी इलाके में महसूस किया गया था.
#UPDATE - 2 people dead & 4 admitted at hospitals. Situation under control now. The 2 persons who died were workers and were present at the leakage site. Gas has not spread anywhere else: Uday Kumar, Inspector, Parwada Police Station https://t.co/ogbuc3QfoY pic.twitter.com/TuPCeWK8ZF
— ANI (@ANI) June 30, 2020
पुलिस के मुताबिक मारे गए कर्मचारियों की पहचान गौरी शंकर और नरेंद्र के रूप में हुई है. अस्पताल में भर्ती कर्मचारियों की हालत भी बेहद गंभीर बताई जा रही है. गैस लीक होने की खबर के बाद कलेक्टर वी विनय चंद, पुलिस कमिश्नर आरके मीना समेत पुलिस के सभी बड़े अधिकारी घटना स्थल पर पहुंच गए. सभी गैस लीक के कारणों का पता लगाने में जुटे है मगर गैस लीक कैसे हुई इसके बारे में अभी तक कुछ पता नहीं चल सका है. वहीं आंध्र प्रदेश के सीएम कार्यालय ने बताया कि मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी इस घटना पर नज़र बनाए हुए है और उन्होंने गैस लीक मामलों को लेकर तुरंत जांच करने के आदेश भी दे दिए हैं. यह पहला मौका नहीं है जब विशाखापट्टनम में गैस लीक की घटना हुई हो. इस पहले 8 मई को विशाखापट्टनम के वेंकटपुरम इलाके की एक एलजी पॉलिमर्स केमिकल फैक्ट्री से स्टाइरीन गैस लीक होने से 12 लोगों की जान चली गयी थी, जिसमें दो बच्चे भी शामिल थे. जबकि 500 से ज्यादा लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. स्टाइरीन गैस प्लास्टिक, फाइबर ग्लास, रबर और पाइप बनाने में इस्तेमाल होती है. गैस का असर प्लांट के आसपास तीन से चार किमी इलाके में महसूस किया गया था.
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