प्ले स्टोर से हटाए जा रहे हैं प्रतिबंधित एप्लीकेशंस, हज़ारों युवाओं की नौकरियों पर संकट

by Ankush Choubey 3 years ago Views 4334

Restricted applications are being removed from the
भारत-चीन सीमा विवाद पर बढ़ते तनाव के बीच केंद्र सरकार ने 59 मोबाइल एप्लीकेशन को प्रतिबंधित कर दिया है जिनमें टिकटॉक और यूसी ब्राउज़र जैसे बड़े चीनी ऐप भी शामिल हैं. इस आदेश के बाद प्ले स्टोर ने टिकटॉक, क्लब फैक्ट्री, यूसी ब्राउजर, केमस्कैनर, शेयरइट, हेलो, और जेंडर जैसे लोकप्रिय एप्लीकेशन को हटाना शुरू कर दिया है.

यह कार्रवाई केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रोद्योगिक मंत्रालय ने की है. केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने ट्वीट किया कि भारत की सुरक्षा, संप्रभुता और अखंडता के लिए 59 मोबाइल एप्लीकेशन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. जय हिंद!


सीमा विवाद को लेकर बढ़ते तनाव के बीच चीनी कंपनियों और उनके उत्पाद के बहिष्कार की मांग ज़ोर पकड़ रही थी. सोशल मीडिया पर चीनी ऐप्लीकेशंस को अनइंस्टॉल करने की मुहिम भी तेज़ हो गई थी. कहा जा रहा है कि सोशल मीडिया पर बढ़ते दबाव के चलते केंद्र सरकार ने ऐसा क़दम उठाया है. हालांकि कहा यह भी जा रहा है कि चीनी मोबाइल एप्लीकेशंस अवैध तरीके से यूज़र का डेटा चोरी कर भारत के बाहर मौजूद सर्वर पर भेज रहे थे. सरकार की इस कार्रवाई का सबसे तगड़ा झटका उन हज़ारों भारतीय युवाओं को लगा है जो इन कंपनियों में नौकरी कर रहे थे. अब महामारी के दौर में उनपर नौकरी गंवाने का संकट मंडरा रहा है.

चीनी ऐप टिकटॉक देश में बेहद लोकप्रिय है और इसके लगभग 12 करोड़ एक्टिव यूजर हैं. इसी तरह यूसी ब्राउज़र के 13 करोड़, क्लब फैक्ट्री और कैमस्कैनर के 10-10 करोड़ एक्टिव यूजर भारत में हैं.

हालांकि इन ऐप्लीकेशंस के अलावा देश में तमाम कंपनियों में चीनी कंपनियों का निवेश है. इनमें फ्लिपकार्ट, पेटीएम, पेटीएम मॉल, पॉलिसी बाजार, बिगबास्केट, ओला और ओयो जैसी बड़ी दिग्गज कंपनियां शामिल हैं. सवाल यह उठ रहा है कि क्या केंद्र सरकार सुरक्षा और संप्रभुता का हवाला देकर इन कंपनियों पर भी रोक लगाएगी?

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