तमिलनाडु: 17,000 डॉक्टर हड़ताल पर, सरकारी अस्पतालों में मरीजों का हो रहा है बुरा हाल
तमिलनाडु के तकरीबन 13 से 17 हजार डॉक्टर अपनी तमाम मांगों को लेकर बेमियादी हड़ताल पर चले गए हैं. डॉक्टरों की मांग है कि उनकी तनख़्वाह बढ़ाई जाए. इसके अलावा मेडिकल कॉलेजों में दाख़िले के लिए आरक्षण और अस्पतालों में डॉक्टरों की नियुक्ति जैसी मांगें प्रमुख हैं. इससे पहले फेडरेशन ऑफ गवर्नमेंट डॉक्टर्स असोसिएशन ने ई पलानीसामी सरकार को अल्टीमेटम दिया था कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वे 25 अक्टूबर से हड़ताल पर चले जाएंगे.
डॉक्टरों की इस हड़ताल से सरकारी अस्पतालों में मरीज़ों का बुरा हाल है. ओपीडी बंद पड़ी है और मरीज़ इधर-उधर भटकने के लिए मजबूर हैं. हड़ताली डॉक्टरों ने साफ़ किया है कि अगर सरकार मांगें नहीं मानती तो वे सर्जरी और भर्ती मरीजों का इलाज भी नहीं करेंगे. इस हड़ताल के दौरान सरकारी अस्पतालों में सिर्फ एमरजेंसी सेवाएं चालू रहेंगी.
वीडियो देखिये वहीं डीएमके प्रमुख और विपक्ष के नेता एम के स्टालिन ने डॉक्टरों से अपील की है कि वे अपनी मांग मनवाने के लिए वे हड़ताल न करें. इसके लिए उन्हें सरकार से सीधे बातचीत करनी चाहिए.
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