NCRB के मुताबिक़ सबसे ज़्यादा ड्रग्स की खपत महाराष्ट्र में, तस्करी में पंजाब अव्वल
ताज़ा जारी सरकारी आंकड़ों ने देश में ड्रग्स की डरावनी सच्चाई उजागर की है। नेशनल क्राइम रिकार्ड्स ब्यूरो यानि NCRB के मुताबिक़ साल 2018 में ड्रग्स तस्करी और इसके इस्तेमाल के जुड़े 63 हज़ार 137 मामले देशभर में दर्ज किये गए। जहा ड्रग्स की तस्करी की सबसे ज्यादा मामले पंजाब से सामने आये है, वही ड्रग्स की खपत में महाराष्ट्र अव्वल रहा।
देश में ड्रग्स का कारोबार कैसे पैर पसार चूका है, इसका एक अंदाज़ा NCRB के ताज़ा आंकड़े से लगाया जा सकता है। आंकड़ों के मुताबिक साल 2018 में देशभर में ड्रग्स तस्करी और इसके इस्तेमाल के जुड़े 63 हज़ार 137 मामले दर्ज किये गए। हालांकि, 2017 के मुकाबले जब 65 हज़ार 436 मामले दर्ज कराये गए थे, उससे ये आंकड़ा थोड़ा कम है।
अगर इन आकड़ों को तोड़ कर अगर राज्यों के अनुसार देखा जाए तो, सबसे ज़्यादा ड्रग्स के इस्तेमाल के मामले महाराष्ट्र में सामने आये, जहा 11708 केस दर्ज़ किये गए। वही केरल में 8095, पंजाब में 5925, उत्तर प्रदेश में 4032, तमिल नाडु से 1578, हरियाणा से 1487, मध्य प्रदेश से 793 मामले सामने आये है। आसान भाषा में कहे तो सबसे ज्यादा ड्रग्स से ग्रस्त यही राज्य है। वही अगर तस्करी की बात की है तो सबसे ज्यादा मामले सीमावर्ती राज्य पंजाब से सामने आये, जहा 5729 इससे जुड़े मामले सामने आये। वही उत्तर प्रदेश में 4789, तमिल नाडु से 2139, पश्चिम बंगाल से 1226, राजस्थान में 1203, हरियाणा में 1100 , मध्य प्रदेश में 1081 और हिमाचल प्रदेश में 931 मामले सामने आये। देश में ड्रग्स से जुड़े मामले सबसे कम सिक्किम राज्य से आये, जहा केवल 7 मामले दर्ज़ हुए। वही नागालैंड में 66, मेघालय में 81, गुजरात में 150 और मिजोरम में 164 मामले सामने आये। आंकड़ों से साफ़ है की कैसे नई पीढ़ी का एक तपका ड्रग्स के जाल में फसा हुआ है जिसका फ़ायदा तस्कर और ड्रग्स पेडलर्स उठा रहे है। ज़ाहिर है समय की मांग है की सरकार को इस समस्या से निपटने के लिए एक देशव्यपी रणनीति बनाने की ज़रूरत है।
अगर इन आकड़ों को तोड़ कर अगर राज्यों के अनुसार देखा जाए तो, सबसे ज़्यादा ड्रग्स के इस्तेमाल के मामले महाराष्ट्र में सामने आये, जहा 11708 केस दर्ज़ किये गए। वही केरल में 8095, पंजाब में 5925, उत्तर प्रदेश में 4032, तमिल नाडु से 1578, हरियाणा से 1487, मध्य प्रदेश से 793 मामले सामने आये है। आसान भाषा में कहे तो सबसे ज्यादा ड्रग्स से ग्रस्त यही राज्य है। वही अगर तस्करी की बात की है तो सबसे ज्यादा मामले सीमावर्ती राज्य पंजाब से सामने आये, जहा 5729 इससे जुड़े मामले सामने आये। वही उत्तर प्रदेश में 4789, तमिल नाडु से 2139, पश्चिम बंगाल से 1226, राजस्थान में 1203, हरियाणा में 1100 , मध्य प्रदेश में 1081 और हिमाचल प्रदेश में 931 मामले सामने आये। देश में ड्रग्स से जुड़े मामले सबसे कम सिक्किम राज्य से आये, जहा केवल 7 मामले दर्ज़ हुए। वही नागालैंड में 66, मेघालय में 81, गुजरात में 150 और मिजोरम में 164 मामले सामने आये। आंकड़ों से साफ़ है की कैसे नई पीढ़ी का एक तपका ड्रग्स के जाल में फसा हुआ है जिसका फ़ायदा तस्कर और ड्रग्स पेडलर्स उठा रहे है। ज़ाहिर है समय की मांग है की सरकार को इस समस्या से निपटने के लिए एक देशव्यपी रणनीति बनाने की ज़रूरत है।
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