चीनी टिकटॉक को जवाब देने आया लोकल ऐप 'मित्रों', क्या टक्कर दे पाएगा ?
सोशल मीडिया पर लोकप्रिय शॉर्ट वीडियो ऐप टिकटॉक को टक्कर देने के लिए आईआईटी रुड़की के पूर्व छात्रों ने एक ऐप्लीकेशन लांच किया है जिसका नाम मित्रों है. महज़ एक महीने में इस ऐप को पांच मिलियन से ज़्यादा डाउनलोड किया जा चुका है. 29 मई तक इस ऐप को 5 में से 4.8 स्टार की रेटिंग मिली हुई थी. 11 अप्रैल को लॉन्च हुए इस ऐप की लोकप्रियता पिछले कुछ हफ्तों में चीन विरोधी भावनाओं के कारण बढ़ी है. इसके अलावा टिकटॉक पर हिंसक कंटेंट के लिए हो रही आलोचना भी मित्रों ऐप के लिए फायदेमंद साबित हुई।
ये ऐप टिकटॉक की तरह ही डिजाइन किया गया है लेकिन उतना कारगर नहीं दिखता. इसके कुछ फीचर्स बार-बार टैप करने के बाद भी काम नहीं करते हैं। इस ऐप को चलाते समय लॉग इन करना पड़ता है, जिसमें हमारी पर्सनल जानकारी शेयर होती है और गोपनीयता नीति लिंक shopkiller.in नामक वेबसाइट पर है जो वर्तमान में ब्लैक पेज में आती है। वीडियो देखिए
फेसबुक भी टिकटॉक की तरह ऐप लाने की तैयारी में है जिसे कोलैब नाम दिया गया है। फेसबुक सोशल मीडिया प्लेटफार्म का एक बड़ा खिलाड़ी है जिसने इंस्टाग्राम, चैटिंग ऐप व्हाट्सप्प, मेस्सेंजर वग़ैरह को एक्वायर किया हुआ है। साथ ही ये भी खबर है कि फेसबुक दो और नए ऐप लाने वाला है, जो कैचउप और हॉबी के नाम से होंगे।
पीएम नरेंद्र मोदी ने 'राष्ट्र के लिए अपने संबोधन' में 'वोकल फॉर लोकल' से अपने देश में बनी चीज़ो के महत्व देने की अपील की थी. अब देखना यह है कि चीनी कंपनी के ऐप्लीकेशन टिकटॉक को यह किस हद तक टक्कर दे पाता है.
ये ऐप टिकटॉक की तरह ही डिजाइन किया गया है लेकिन उतना कारगर नहीं दिखता. इसके कुछ फीचर्स बार-बार टैप करने के बाद भी काम नहीं करते हैं। इस ऐप को चलाते समय लॉग इन करना पड़ता है, जिसमें हमारी पर्सनल जानकारी शेयर होती है और गोपनीयता नीति लिंक shopkiller.in नामक वेबसाइट पर है जो वर्तमान में ब्लैक पेज में आती है। वीडियो देखिए
फेसबुक भी टिकटॉक की तरह ऐप लाने की तैयारी में है जिसे कोलैब नाम दिया गया है। फेसबुक सोशल मीडिया प्लेटफार्म का एक बड़ा खिलाड़ी है जिसने इंस्टाग्राम, चैटिंग ऐप व्हाट्सप्प, मेस्सेंजर वग़ैरह को एक्वायर किया हुआ है। साथ ही ये भी खबर है कि फेसबुक दो और नए ऐप लाने वाला है, जो कैचउप और हॉबी के नाम से होंगे।
पीएम नरेंद्र मोदी ने 'राष्ट्र के लिए अपने संबोधन' में 'वोकल फॉर लोकल' से अपने देश में बनी चीज़ो के महत्व देने की अपील की थी. अब देखना यह है कि चीनी कंपनी के ऐप्लीकेशन टिकटॉक को यह किस हद तक टक्कर दे पाता है.
Latest Videos