जम्मू-कश्मीर के हालात पर संसद में विपक्ष का विरोध, अमित शाह ने कहा- हालात सामान्य
राज्यसभा में जम्मू-कश्मीर से धारा 370 ख़त्म किये जाने को लेकर गृह मंत्री अमित शाह और कांग्रेस नेता ग़ुलाम नबी आज़ाद में ठन गई। कांग्रेस नेता ग़ुलाम नबी आज़ाद ने कश्मीर घाटी में माहौल सामान्य होने के सरकार के दावे को नकारा। उन्होंने कहा कि जिस स्कूल में बच्चे पढ़ते हैं उस स्कूल में 40 हज़ार से भी ज़्यादा पैसे दे रहे हैं। 5 अगस्त 2019 के बाद से घाटी में स्कूली ने बच्चों को पीक-अप करने के लिये बस नहीं भेजी और सरकारी स्कूल में धारा 144 लागू होने की वजह से बच्चे नहीं जा सकते।
साथ ही ग़ुलाम नबी आज़ाद ने कहा कि साढ़े तीन महीने से इंटरनेट सेवा बंद है, ऐसा किसी भी देश में नहीं हुआ। इस पर गृह मंत्री अमित शाह ने ग़ुलाम नबी आज़ाद के आरोपों को सिरे से खारिज दिया और अपनी उप्लब्धियां गिनाई। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटाए जाने के बाद एक भी आदमी की मौत पुलिस फायरिंग में नहीं हुई। साथ ही पत्थरबाज़ी की घटना पर शाह ने कहा कि पिछले साल के मुक़ाबले इस साल पत्थरबाज़ी की घटना कम हुई है।
एक नज़र कश्मीर के हालात पर महाराष्ट्र चुनाव के दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने एक रैली में कहा था कि धारा 370 हटाए जाने के बाद से घाटी में एक भी गोलियां नहीं चली है। वहीं संसद में उन्होंने कहा था धारा 370 को ख़ारिज किये जाने के बाद घाटी से आतंकी घटनाआों का पूरी तौर पर सफाया हो जाएगा। ख़बरों के मुताबिक बीते दो महीने में कश्मीर में 6 बाहरी लोगों की हत्या कर दी गई जिसमें तीन ट्रक ड्राइवर शामिल हैं। 27 अक्टूबर को लाल चौक पर ग्रेनेड फेंकने की घटना सामने आई जिसमें सीआरपीएफ जवान समेत कई लोग ज़ख़्मी हो गए थे। जम्मू-कश्मीर में धारा 370 ख़त्म किये जाने के बाद से इंटरनेट सेवा बंद है। बीते दिनों सरकार ने पोस्टपेड मोबाइल पर कॉलिंग सेवा शुरू कर दी है लेकिन प्रीपेड सेवा बहाल किये जाने को लेकर फिलहाल कोई बयान जारी नहीं की गई है। इसके बीच गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में दावा किया है कि जम्मू-कश्मीर के हालात सामान्य हो गए हैं। इसका विपक्ष ने हंगामे के साथ विरोध किया। वीडियो देखिये
Also Read:
एक नज़र कश्मीर के हालात पर महाराष्ट्र चुनाव के दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने एक रैली में कहा था कि धारा 370 हटाए जाने के बाद से घाटी में एक भी गोलियां नहीं चली है। वहीं संसद में उन्होंने कहा था धारा 370 को ख़ारिज किये जाने के बाद घाटी से आतंकी घटनाआों का पूरी तौर पर सफाया हो जाएगा। ख़बरों के मुताबिक बीते दो महीने में कश्मीर में 6 बाहरी लोगों की हत्या कर दी गई जिसमें तीन ट्रक ड्राइवर शामिल हैं। 27 अक्टूबर को लाल चौक पर ग्रेनेड फेंकने की घटना सामने आई जिसमें सीआरपीएफ जवान समेत कई लोग ज़ख़्मी हो गए थे। जम्मू-कश्मीर में धारा 370 ख़त्म किये जाने के बाद से इंटरनेट सेवा बंद है। बीते दिनों सरकार ने पोस्टपेड मोबाइल पर कॉलिंग सेवा शुरू कर दी है लेकिन प्रीपेड सेवा बहाल किये जाने को लेकर फिलहाल कोई बयान जारी नहीं की गई है। इसके बीच गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में दावा किया है कि जम्मू-कश्मीर के हालात सामान्य हो गए हैं। इसका विपक्ष ने हंगामे के साथ विरोध किया। वीडियो देखिये
Latest Videos