फरवरी में शाही स्वागत हुआ, अब अप्रैल में ट्रंप ने भारत को धमकाया
फरवरी के आख़िरी हफ्ते में जब अमेरिकी प्रेज़िडेंट डोनाल्ड ट्रंप भारत दौरे पर आए तो केंद्र और राज्य सरकारें उनकी ख़ुशामद में बिछ गई थीं. अब वही डोनाल्ड ट्रंप भारत को बदला लेने की धमकी दे रहे हैं.
उन्होंने कहा, ‘मैंने रविवार की सुबह पीएम मोदी से बात की है. मैंने उनसे कहा है कि अगर भारत हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन के निर्यात से पाबंदी हटाता है तो यह प्रशंसीन होगा. अगर भारत इस दवा को आने से रोकता है तो कोई बात नहीं. मगर हां, फिर इसका जवाब दिया जाएगा. और जवाब क्यों नहीं दिया जाएगा.’
हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन का इस्तेमाल कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज़ों के इलाज में मददगार होती है. लिहाज़ा, संकट से जूझ रहे सभी देशों को इसकी दरकार है. हालांकि कोरोना का संकट इतना गहरा है कि कमोबेश सभी देशों ने दवाओं, सर्जिकल सामानों और अन्य ज़रूरी सामानों के निर्यात पर रोक लगा रखी है. मगर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने अपने देश के लिए इस प्रतिबंध को हटाने की मांग की थी. जब भारत ने उन्हें कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिला तो अब धमकी की भाषा इस्तेमाल की है. इस बीच केंद्र सरकार ने हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन, पैरासीटामॉल समेत 12 ज़रूरी दवाओं और 12 एक्टिव फार्मास्यूटिकल इनग्रेडिएंट के निर्यात पर लगी रोक हटा ली है. जिन दवाओं पर लगी पाबंदी हटाई गई है, उनमें टिनिडाजोल, मेट्रानिडाजोल, एसिक्लोविर, विटामिन बी1, विटामिन बी6, विटामिन बी 12, क्लोरमफेनिकॉल शामिल हैं.
I spoke to him (PM Modi), Sunday morning & I said we appreciate it that you are allowing our supply (of Hydroxychloroquine) to come out, if he doesn't allow it to come out, that would be okay, but of course, there may be retaliation, why wouldn't there be?: US Pres Donald Trump pic.twitter.com/kntAqATp4J
— ANI (@ANI) April 6, 2020
हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन का इस्तेमाल कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज़ों के इलाज में मददगार होती है. लिहाज़ा, संकट से जूझ रहे सभी देशों को इसकी दरकार है. हालांकि कोरोना का संकट इतना गहरा है कि कमोबेश सभी देशों ने दवाओं, सर्जिकल सामानों और अन्य ज़रूरी सामानों के निर्यात पर रोक लगा रखी है. मगर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने अपने देश के लिए इस प्रतिबंध को हटाने की मांग की थी. जब भारत ने उन्हें कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिला तो अब धमकी की भाषा इस्तेमाल की है. इस बीच केंद्र सरकार ने हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन, पैरासीटामॉल समेत 12 ज़रूरी दवाओं और 12 एक्टिव फार्मास्यूटिकल इनग्रेडिएंट के निर्यात पर लगी रोक हटा ली है. जिन दवाओं पर लगी पाबंदी हटाई गई है, उनमें टिनिडाजोल, मेट्रानिडाजोल, एसिक्लोविर, विटामिन बी1, विटामिन बी6, विटामिन बी 12, क्लोरमफेनिकॉल शामिल हैं.
The government of India lifts restrictions on 24 active pharmaceutical ingredients (API) and formulations made from them. These APIs are now allowed to be exported. pic.twitter.com/FBYxT4jw0y
— ANI (@ANI) April 7, 2020
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