CAA के खिलाफ शाहीन बाग में धरना जारी, कोरोना के खतरे के बीच धरने का आज 96वां दिन
कोरोना के बढ़ते खतरे के बीच देशभर के कई शहरों में CAA, NRC और NPR के खिलाफ धरना और विरोध प्रदर्शन जारी है। दिल्ली के शाहीन बाग में भी महिलाओं का धरना जारी है और वो कोरोना के बढ़ते खतरे के बीच अभी भी डटी हुई हैं। गुरुवार को शाहीन बाग धरने का 96वां दिन है।
देशभर में कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते मामलों के बीच देश के कई शहरों में अभी भी नागरिकता कानून, NRC और NPR के खिलाफ धरना और विरोध प्रदर्शन का दौर जारी है। दिल्ली, चेन्नई, लखनऊ समेत कई शहरों में अभी भी लोग CAA, NRC और NPR के खिलाफ डटे हुए हैं।
बात दिल्ली के शाहीन बाग की करें तो कोरोना के चलते दिल्ली में 50 से ज्यादा लोगों के जुटने पर रोक लगाने के बावजूद दिल्ली के शाहीनबाग में पिछले तीन महीनों से महिलाएं यहां धरना और विरोध प्रदर्शन कर रही हैं। शाहीन बाग में महिलाएं पिछले साल 15 दिसंबर से धरने पर हैं। बुधवार को भी शाहीन बाग में जारी धरने और विरोध प्रदर्शन में काफी संख्या में लोग शामिल हुए। कोरोना के बढ़ते खतरे के बीच शाहीन बाग के प्रदर्शनकारी काफी सावधानी बरत रहे हैं। वीडियो देखिये शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों का साफ कहना है वो किसी भी मुसीबत का सामना करने को तैयार हैं, लेकिन अपनी मांगें पूरी होने तक धरना खत्म नहीं करेंगे। साथ ही कहा कि कोरोना से ज्यादा खतरनाक CAA, NRC और NPR हैं। इस बीच नेशनल कमीशन फॉर चाइल्ड राइट्स ने कोरोना के बढ़ते खतरे के बीच शाहीन बाग में जमा हो रहे लोगों को लेकर साउथ ईस्ट दिल्ली के डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट से रिपोर्ट तलब की है। उधर गुरुवार को दिल्ली के शाहीन बाग में जारी धरने का 96वां दिन है। दिल्ली के शाहीन बाग के अलावा चेन्नई के शाहीन बाग में भी पिछले करीब तीन महीने से नागरिकता कानून, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ धरना और विरोध प्रदर्शन जारी है। बुधवार को चेन्नई में बड़ी संख्या में लोगों ने मद्रास हाईकोर्ट के करीब CAA, NRC और NPR के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस दौरान काफी ज्यादा संख्या में लोग मौजूद रहे। फिलहाल देश में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 170 हो गई है, जिसमें से अब तक जहां 3 लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं 15 लोग ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं। इसके अलावा दुनियाभर के173 देश इस बीमारी की चपेट में आ गए हैं। कोरोना से दुनियाभर में जहां मरने वालों की संख्या का आंकड़ा 9,000 के करीब पहुंच गया है, वहीं पूरी दुनिया में संक्रमित लोगों की संख्या दो लाख के पार पहुंच गई है।
देशभर में कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते मामलों के बीच देश के कई शहरों में अभी भी नागरिकता कानून, NRC और NPR के खिलाफ धरना और विरोध प्रदर्शन का दौर जारी है। दिल्ली, चेन्नई, लखनऊ समेत कई शहरों में अभी भी लोग CAA, NRC और NPR के खिलाफ डटे हुए हैं।
बात दिल्ली के शाहीन बाग की करें तो कोरोना के चलते दिल्ली में 50 से ज्यादा लोगों के जुटने पर रोक लगाने के बावजूद दिल्ली के शाहीनबाग में पिछले तीन महीनों से महिलाएं यहां धरना और विरोध प्रदर्शन कर रही हैं। शाहीन बाग में महिलाएं पिछले साल 15 दिसंबर से धरने पर हैं। बुधवार को भी शाहीन बाग में जारी धरने और विरोध प्रदर्शन में काफी संख्या में लोग शामिल हुए। कोरोना के बढ़ते खतरे के बीच शाहीन बाग के प्रदर्शनकारी काफी सावधानी बरत रहे हैं। वीडियो देखिये शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों का साफ कहना है वो किसी भी मुसीबत का सामना करने को तैयार हैं, लेकिन अपनी मांगें पूरी होने तक धरना खत्म नहीं करेंगे। साथ ही कहा कि कोरोना से ज्यादा खतरनाक CAA, NRC और NPR हैं। इस बीच नेशनल कमीशन फॉर चाइल्ड राइट्स ने कोरोना के बढ़ते खतरे के बीच शाहीन बाग में जमा हो रहे लोगों को लेकर साउथ ईस्ट दिल्ली के डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट से रिपोर्ट तलब की है। उधर गुरुवार को दिल्ली के शाहीन बाग में जारी धरने का 96वां दिन है। दिल्ली के शाहीन बाग के अलावा चेन्नई के शाहीन बाग में भी पिछले करीब तीन महीने से नागरिकता कानून, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ धरना और विरोध प्रदर्शन जारी है। बुधवार को चेन्नई में बड़ी संख्या में लोगों ने मद्रास हाईकोर्ट के करीब CAA, NRC और NPR के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस दौरान काफी ज्यादा संख्या में लोग मौजूद रहे। फिलहाल देश में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 170 हो गई है, जिसमें से अब तक जहां 3 लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं 15 लोग ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं। इसके अलावा दुनियाभर के173 देश इस बीमारी की चपेट में आ गए हैं। कोरोना से दुनियाभर में जहां मरने वालों की संख्या का आंकड़ा 9,000 के करीब पहुंच गया है, वहीं पूरी दुनिया में संक्रमित लोगों की संख्या दो लाख के पार पहुंच गई है।
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