सुप्रीम कोर्ट ने इस साल जगन्नाथ यात्रा शुरू करने पर रोक लगाई
कोरोना महामारी के चलते सुप्रीम कोर्ट ने पुरी जगन्नाथ रथ यात्रा पर रोक लगा दी है। सर्वोच्च अदालत ने यात्रा पर रोक लगाते हुए कहा कि अगर रथ यात्रा की इजाज़त दे दी तो भगवान जगन्नाथ हमें माफ नहीं करेंगे. इस यात्रा में 10 लाख लोगों के शामिल होने का अनुमान था जिसे रोकने के लिए ओडिशा विकास परिषद नाम के एक संगठन ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी.
यह रथ यात्रा 23 जून से शुरू होने वाली थी जिसकी तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी थी. सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद मंदिर प्रशासन अब आगे की तैयारियों में जुट गया है.
सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता की दलील थी कि जगन्नाथ यात्रा का मामला बेहद संवेदनशील है और कुछ धार्मिक गतिविधियों की इजाज़त होनी चाहिए. मगर सुप्रीम कोर्ट ने तुषार मेहता की इस दलील को ख़ारिज कर दिया और साफ किया कि इस साल जगन्नाथ यात्रा से जुड़ी कोई धार्मिक गतिविधि नहीं होगी. चीफ जस्टिस एसए बोबडे ने कहा कि जगरनॉट शब्द की उत्पत्ति जगन्नाथ से हुई है. जिस तरह जगरनॉट को रोका नहीं जा सकता, उसी तरह इस फैसले से भगवान जगन्नाथ नहीं रुक जाएंगे. ओडिशा में अब तक 4,512 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। इनमें अबतक 14 मरीज़ों की मौत हुई है और 3,047 मरीज़ ठीक भी हुए हैं।
सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता की दलील थी कि जगन्नाथ यात्रा का मामला बेहद संवेदनशील है और कुछ धार्मिक गतिविधियों की इजाज़त होनी चाहिए. मगर सुप्रीम कोर्ट ने तुषार मेहता की इस दलील को ख़ारिज कर दिया और साफ किया कि इस साल जगन्नाथ यात्रा से जुड़ी कोई धार्मिक गतिविधि नहीं होगी. चीफ जस्टिस एसए बोबडे ने कहा कि जगरनॉट शब्द की उत्पत्ति जगन्नाथ से हुई है. जिस तरह जगरनॉट को रोका नहीं जा सकता, उसी तरह इस फैसले से भगवान जगन्नाथ नहीं रुक जाएंगे. ओडिशा में अब तक 4,512 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। इनमें अबतक 14 मरीज़ों की मौत हुई है और 3,047 मरीज़ ठीक भी हुए हैं।
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