फर्ज़ी डिग्री रैकेट से जुड़े तीन मुलज़िमों को यूपी एसटीएफ ने गिरफ्तार किया

by Ankush Choubey 3 years ago Views 1463

UP STF arrested three accused related to fake degr
उत्तर प्रदेश के सरकारी स्कूलों में फर्ज़ी डिग्री बनवाकर टीचर की नौकरी दे रहे लोगों पर शिकंजा कसना शुरू हो गया है. यूपी की स्पेशल टास्क फोर्स ने तीन नए लोगों को गिरफ्तार किया है. इनकी शिनाख़्त पुष्पेंद्र सिंह, आनंद और रामनाथ के रूप में हुई है.

मैनपुरी का रहने वाला पुष्पेंद्र सिंह ख़ुद सहायक शिक्षक है और फिलहाल फर्रुख़ाबाद में तैनात है. यूपी एसटीएफ इसे इस रैकेट का मास्टरमाइंड बता रही है. वहीं दूसरा आरोपी रामनाथ शिक्षा विभाग में ही सीनियर क्लर्क है. तीसरा आरोपी आनंद सिंह है जिसकी पत्नी शोभा तिवारी जौनपुर में समग्र शिक्षा अभियान की ज़िला कोऑर्डिनेटर है.


एसटीएफ का दावा है कि इन तीनों की मिलीभगत से ही फर्ज़ीवाड़े का रैकेट यूपी में फल फूल रहा था. इन लोगों ने राज्य के अलग-अलग ज़िलों में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में एक ही महिला के नाम पर फर्जी नौकरियां हासिल कर ली थीं.

एसटीएफ के आईजी अमिताभ यश के मुताबिक सहायक शिक्षक पुष्पेन्द्र सिंह साल 2010 में सीनियर क्लर्क रामनाथ के संपर्क में आया था और रामनाथ ने पुष्पेंद्र की मुलाक़ात आनंद से करवाई जिसकी पत्नी शोभा तिवारी जौनपुर में शिक्षा विभाग में तैनात थी. इन लोगों की आपसी सांठगांठ से अंजलि नाम की लड़की की नियुक्ति फर्जी दस्तावेजों के जरिए कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में कराई गई. पुष्पेंद्र ने अपने भाई जसवंत को विभव कुमार को भी कन्नौज में नौकरी दिलवा दी थी.

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इसी तरह कई अन्य लोगों से लाखों रूपए वसूले गए और फर्ज़ी दस्तावेज़ के आधार पर नौकरी मिलती गई. इस रैकेट का पता पिछले दिनों चला जब गोंडा की रहने वाली अनामिका शुक्ला की डिग्री पर अलीगढ़, वाराणसी, कासगंज, सहारनपुर, बागपत, रायबरेली, अमेठी, अंबेडकर नगर समेत 25 जिलों में फर्जी अनामिका नौकरी कर रही थी और सरकार को लाखों रुपए का चूना लगा रही थी. फर्जी नौकरी करने वाली कई अनामिका अब तक पकड़ी जा चुकी हैं लेकिन क्या फर्ज़ी दस्तावेज़ से नौकरी करने वाले सभी लोग पकड़े जाएंगे और इस रैकेट में शामिल सभी लोगों के नाम सामने आएंगे, यह वक़्त बताएगा.

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