हॉन्ग-कॉन्ग में चुनाव से पहले हुई वोटिंग पर हंगामा, चीन ने ग़ैरक़ानूनी बताया
हॉन्ग-कॉन्ग में चीन की ओर से लागू नए सुरक्षा कानून के बाद राजनीतिक माहौल गर्म है. सितंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले आयोजित एक अनौपचारिक वोटिंग में शहर के छ: लाख वोटरों ने लोकतंत्र के समर्थन के पक्ष में मतदान किया। वहीं चीन ने इस आयोजन का विरोध करने के साथ-साथ इसे नए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून का उल्लंघन भी बताया है।
चीन एजेंसियों ने सोवार रात एक बयान जारी कर इस आयोजन के प्रमुख बेनी ताई पर विदेशी ताकतों को जुटाने का आरोप लगाया है. चीन ने यह भी कहा है कि इस आयोजन के बहाने विद्रोह की कोशिश की कई है.
इस आयोजन में करवाई गई वोटिंग के नतीजे सोमवार को आने वाले थे लेकिन गिनती पूरी नहीं होने की वजह से इसमें देरी हुई। हालांकि इलेक्ट्रॉनिक वोटों के आधार पर लोकतंत्र समर्थकों ने रुझानों का समर्थन किया है. पिछले साल हॉन्ग-कॉन्ग में हुए ऐतिहासिक विरोध-प्रदर्शनों को रोकने लिए चीनी कार्रवाइयों का चीन ने बचाव किया है। चीन का कहना है कि इस क़ानून का इस्तेमाल सिर्फ कुछ लोगों पर किया जाएगा जबकि अमेरिका और ब्रिटेन सहित कई देशों ने चीन के इस क़ानून का विरोध किया है। विदेशी सरकारों का कहना है कि क़ानून में दिए गए प्रावधान अस्पष्ट हैं, अभिव्यक्ति के आज़ादी के लिए ख़तरा है और वैश्विक आर्थिक केंद्र के रूप में शहर की पहचान को ठेस पहुंचाने जैसा है।
इस आयोजन में करवाई गई वोटिंग के नतीजे सोमवार को आने वाले थे लेकिन गिनती पूरी नहीं होने की वजह से इसमें देरी हुई। हालांकि इलेक्ट्रॉनिक वोटों के आधार पर लोकतंत्र समर्थकों ने रुझानों का समर्थन किया है. पिछले साल हॉन्ग-कॉन्ग में हुए ऐतिहासिक विरोध-प्रदर्शनों को रोकने लिए चीनी कार्रवाइयों का चीन ने बचाव किया है। चीन का कहना है कि इस क़ानून का इस्तेमाल सिर्फ कुछ लोगों पर किया जाएगा जबकि अमेरिका और ब्रिटेन सहित कई देशों ने चीन के इस क़ानून का विरोध किया है। विदेशी सरकारों का कहना है कि क़ानून में दिए गए प्रावधान अस्पष्ट हैं, अभिव्यक्ति के आज़ादी के लिए ख़तरा है और वैश्विक आर्थिक केंद्र के रूप में शहर की पहचान को ठेस पहुंचाने जैसा है।
Latest Videos