बुज़ुर्ग को बेड से बांधने वाले अस्पताल का रजिस्ट्रेशन रद्द, अस्पताल सील
कोरोना महामारी के दौर में अस्पतालों और डॉक्टरों का शर्मसार करने वाला रूप सामने आया है. मध्यप्रदेश के शाजापुर में 80 साल के एक बुज़ुर्ग को अस्पताल के बेड पर रस्सियों से बांध दिया गया. वजह सिर्फ इतनी थी कि उसके पास अस्पताल का बिल चुकाने के पैसे नहीं थे.
वहीं अब पुलिस ने कार्यवाई करते हुए बुज़ुर्ग को बेड से बांधने वाले अस्पताल का रजिस्ट्रेशन रद्द करते हुए पूरे अस्पताल सील कर दिया है. साथ ही पुलिस ने अस्पताल के मैनेजर को हिरासत में ले लिया है.
बुज़ुर्ग लक्ष्मीनारायण दांगी की आर्थिक हालत खराब है. उनके पास बीपीएल कार्ड तो है लेकिन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा. उनके पास ना तो आयुष्मान योजना का कार्ड है और ना ही प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर मिल पाया है. वीडियो देखिए पूर्व सीएम कमलनाथ ने ट्वीट कर राज्य सरकार पर हमला बोला. उन्होंने लिखा कि इस कोरोना महामारी में प्रदेश के कई निजी अस्पतालों में अमानवीय व्यवहार ,लूट-खसोट व उनकी मनमानी जारी है. जनता की कोई सुनने वाला नहीं है. सरकार इस घटना पर सख़्त कदम उठाये, दोषियों पर कार्यवाही हो.
Nursing home's registration is cancelled & it has been sealed; lodged case against manager. Their patients were taken to district hospital: District Collector on Shajapur incident wherein an 80-yr-old man was tied to bed allegedly over bill non-payment #MadhyaPradesh (file pics) pic.twitter.com/0tRfl0ImqB
— ANI (@ANI) June 8, 2020
बुज़ुर्ग लक्ष्मीनारायण दांगी की आर्थिक हालत खराब है. उनके पास बीपीएल कार्ड तो है लेकिन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा. उनके पास ना तो आयुष्मान योजना का कार्ड है और ना ही प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर मिल पाया है. वीडियो देखिए पूर्व सीएम कमलनाथ ने ट्वीट कर राज्य सरकार पर हमला बोला. उन्होंने लिखा कि इस कोरोना महामारी में प्रदेश के कई निजी अस्पतालों में अमानवीय व्यवहार ,लूट-खसोट व उनकी मनमानी जारी है. जनता की कोई सुनने वाला नहीं है. सरकार इस घटना पर सख़्त कदम उठाये, दोषियों पर कार्यवाही हो.
ठीक इसी तरह का मामला उत्तर प्रदेश के ग़ाज़ियाबाद में सामने आया जहां इलाज नहीं मिलने के चलते आठ महीने की एक गर्भवती की मौत हो गई. 30 साल की नीलम कुमारी के पति ब्रजेंद्र ऑटो चलाते हैं. ब्रजेंद्र अपनी पत्नी को लेकर ग़ाज़ियाबाद-नोएडा के सरकारी और निजी अस्पतालों में भटकते रहे. निजी अस्पतालों ने नीलम को ये कहकर भर्ती करने से मना कर दिया कि वो इलाज का बिल नहीं चुका पाएंगी. तक़रीबन आठ अस्पतालों का चक्कर लगाने के बाद नीलम ने दम तोड़ दिया. बीजेपी शासित राज्य मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की सरकार जांच का दावा कर रही है लेकिन इन मामलों ने अस्पतालों और डॉक्टरों का दूसरा रूप सामने रख दिया है.प्रदेश के शाजापुर में एक अस्पताल में एक बुजुर्ग व्यक्ति से ऐसा अमानवीय , बर्बर व्यवहार।
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) June 6, 2020
बेटी का आरोप अस्पताल का बिल नहीं चुकाने पर पिता के हाथ-पैर रस्सियों से बांध बंधक बनाया।
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