राजस्थान की भीलवाड़ा टेक्सटाइल इंडस्ट्री भी आर्थिक मंदी की चपेट में
राजस्थान की भीलवाड़ा टेक्सटाइल इंडस्ट्री भी आर्थिक मंदी की मार झेल रही है। व्यापारियों का कहना है कि उनका कारोबार पिछले 6 महीने में इतना गिर गया है कि संकट की स्थिती पैदा हो गई है।व्यापारियों का कहना है कि टेक्सटाइल इंडस्ट्री में चल रही मंदी के कारण भीलवाड़ा की टेक्सटाइल इंडस्ट्री का उत्पादन गिरकर सिर्फ 25% रह गया है।
इस गिरावट की बड़ी वजह नोटबंदी और जीएसटी को बताया गया है। मंदी का असर इस क़दर है कि कारोबारियों को शनिवार, रविवार की छुट्टी भी करनी पड़ रही है। इंडस्ट्री से बड़ी संख्या में मज़दूर और छोटे कारीगर पलायन कर रहे हैं, क्योंकि मांग घटने की वज़ह पहले से पड़ा स्टॉक ही निकलना मुश्किल हो रहा है।
राजस्थान टेक्सटाइल ट्रेडर्स एसोसिएशन का कहना है कि भीलवाड़ा के कपड़ा व्यापार में मंदी की एक वजह महंगी की गई बिजली की दरें है। अन्य राज्यों के मुकाबले राजस्थान में बिजली दर 40 फीसदी तक ज्यादा है।
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राजस्थान सरकार की तरफ़ से टेक्सटाइल क्षेत्र को किसी भी तरह का स्पेशल पैकेज नहीं दिया गया है। टेक्सटाइल फेडेरेशन के सदस्य कई बार राज्य सरकार से बिजली के दामों को कम करने की मांग कर चुके हैं। भीलवाड़ा में टेक्सटाइल इंडस्ट्री लगभग 30 हज़ार से ज्यादा लोगों के रोज़गार का ज़रिया है। सूरत के बाद भीलवाड़ा की क्सटाइल इंडस्ट्री दूसरी सबसे बड़ी इंडस्ट्री है, जहां रेशम के धागे और कपड़े पर क़ारीगरी का काम किया जाता है।Latest Videos