जेएनयू कम्युनिस्टों का अड्डा, इस प्रकार के अड्डे को बर्दाश्त नहीं करेंगे: हिन्दू रक्षा दल
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में बीते दिनों हुई हिंसा की ज़िम्मेदारी एक हिन्दुत्व संगठन हिन्दू रक्षा दल ने ली है। जबकि जेएनयू छात्रसंघ के की अध्यक्ष आइशी घोष ने हिंसा भड़काने का आरोप एबीवीपी पर लगाया है। इस बीच हिन्दू रक्षा दल का कहना है कि जेएनयू में देशविरोधी नारे लगाए जाते हैं। जो कोई भी देश में रहकर इस तरह की गतिविधियों को अंजाम देगा उसके साथ ऐसा ही किया जाएगा। हमले की पूरी ज़िम्मेदारी लेते हुए हिन्दू रक्षा दल के अध्यक्ष पिंकी चौधरी ने कहा कि कैंपस में उनके लड़कों ने उत्पाद फैलाया है।
पिंकी चौधरी का कहना है कि कई वर्षों से जेएनयू कम्युनिस्ट का अड्डा है इस प्रकार के अड्डे को हिन्दू रक्षा दल बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि, ‘’हम लोग धर्म के लिये अपने प्राण न्यौछावर करने के लिये तत्पर तैयार रहते हैं।’’ पिंकी चौधरी ने कहा, जिस भी विश्वविद्यालय में इस प्रकार की गतिविधियां होंगी तो हिन्दू रक्षा दल उन विश्वविद्यालयों में भी जेएनयू जैसी कार्रवाई की जाएगी। उधर केन्द्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि छात्रों की एक उम्र होती है लेकिन जेएनयू में ज़िन्दगीभर ये छात्र ही रहते हैं। होस्टल के किराए को लेकर हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि जितना कम होस्टल का किराया है उस पैसे में कोई किसी को रेलवे स्टेशन पर भी नहीं सोने देगा। उन्होंने कहा कि दुनियाभर में लेफ्ट की राजनीति ख़त्म हो गई है लेकिन हमारे यहां लोकतंत्र है इसलिये ये लोग उसका फायदा उठा रहे हैं। उधर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ग़ुलाम नबी आज़ाद ने कहा कि जब शिक्षण संस्थानों में प्रोफेसर, लड़के और लड़कियां सुरक्षित नहीं है तो इससे साफ होता है कि देश में कोई भी सुरक्षित नहीं है। जेएनयू हिंसा की निंदा करते हुए उन्होंने कहा कि हम पहले से कह रहे हैं कि देश में कोई भी सुरक्षित नहीं है।
पिंकी चौधरी का कहना है कि कई वर्षों से जेएनयू कम्युनिस्ट का अड्डा है इस प्रकार के अड्डे को हिन्दू रक्षा दल बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि, ‘’हम लोग धर्म के लिये अपने प्राण न्यौछावर करने के लिये तत्पर तैयार रहते हैं।’’ पिंकी चौधरी ने कहा, जिस भी विश्वविद्यालय में इस प्रकार की गतिविधियां होंगी तो हिन्दू रक्षा दल उन विश्वविद्यालयों में भी जेएनयू जैसी कार्रवाई की जाएगी। उधर केन्द्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि छात्रों की एक उम्र होती है लेकिन जेएनयू में ज़िन्दगीभर ये छात्र ही रहते हैं। होस्टल के किराए को लेकर हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि जितना कम होस्टल का किराया है उस पैसे में कोई किसी को रेलवे स्टेशन पर भी नहीं सोने देगा। उन्होंने कहा कि दुनियाभर में लेफ्ट की राजनीति ख़त्म हो गई है लेकिन हमारे यहां लोकतंत्र है इसलिये ये लोग उसका फायदा उठा रहे हैं। उधर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ग़ुलाम नबी आज़ाद ने कहा कि जब शिक्षण संस्थानों में प्रोफेसर, लड़के और लड़कियां सुरक्षित नहीं है तो इससे साफ होता है कि देश में कोई भी सुरक्षित नहीं है। जेएनयू हिंसा की निंदा करते हुए उन्होंने कहा कि हम पहले से कह रहे हैं कि देश में कोई भी सुरक्षित नहीं है।
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