दिल्ली सांप्रदायिक हिंसा पर संसद में ज़ोरदार हंगामा
राजधानी दिल्ली में सांप्रदायिक हिंसा की वजह से संसद के बजट सत्र का दूसरा चरण विरोध प्रदर्शन और हंगामे के साथ शुरू हुआ है. आम आदमी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने संसद परिसर में महात्मा गांधी की मूर्ति के पास खड़े होकर विरोध प्रदर्शन किया और गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग की
संसद के बजट सत्र का दूसरा चरण विरोध प्रदर्शन और हंगामे के साथ शुरू हुआ है. दिल्ली सांप्रदायिक हिंसा के ख़िलाफ़ आम आदमी पार्टी, टीएमसी और कांग्रेस के सांसदों ने संसद परिसर में ज़ोरदार विरोध प्रदर्शन किया और गृह मंत्री अमित शाह से इस्तीफ़ा देने की मांग की.
आदमी पार्टी के सांसदों के हाथों में पोस्टर थे जिनपर लिखा था, ‘दंगाइयों के सम्मान में, भाजपाई मैदान में, दंगाइयों से यारी, देश से ग़द्दारी. विरोध प्रदर्शन के वक़्त AAP सांसदों के साथ टीएमसी सांसद भी दिखे. टीएमसी सांसदों ने आंखों पर काली पट्टी बांध रखी थी और मौन रहकर दिल्ली सांप्रदायिक हिंसा का विरोध किया. वीडियो देखिये कांग्रेस सांसदों ने भी महात्मा गांधी की मूर्ति के सामने पहुंचकर केंद्र सरकार के ख़िलाफ़ नारेबाज़ी की. कांग्रेस सांसदों ने कहा कि दिल्ली हिंसा पर प्रधानमंत्री को संसद में आकर जवाब देना चाहिए. उधर AIMIM के अध्यक्ष और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि दिल्ली में दंगा केंद्र सरकार की रज़ामंदी से हुआ है. इस वक़्त विपक्षी दलों के निशाने पर पीएम मोदी से ज़्यादा गृह मंत्री अमित शाह हैं. संसद के भीतर भी विपक्षी दलों के सांसदों ने दिल्ली में सांप्रदायिक हिंसा के लिए अमित शाह को ज़िम्मेदार ठहराया. सांसदों ने कहा कि दिल्ली में दंगा अमित शाह की नाक़ामी का नतीजा है. संसद में ज़बरदस्त हंगामा होने पर दोनों सदनों को दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया. वहीं हिंसा में मरने वालों की संख्या अब 46 तक पहुंच चुकी है।
संसद के बजट सत्र का दूसरा चरण विरोध प्रदर्शन और हंगामे के साथ शुरू हुआ है. दिल्ली सांप्रदायिक हिंसा के ख़िलाफ़ आम आदमी पार्टी, टीएमसी और कांग्रेस के सांसदों ने संसद परिसर में ज़ोरदार विरोध प्रदर्शन किया और गृह मंत्री अमित शाह से इस्तीफ़ा देने की मांग की.
आदमी पार्टी के सांसदों के हाथों में पोस्टर थे जिनपर लिखा था, ‘दंगाइयों के सम्मान में, भाजपाई मैदान में, दंगाइयों से यारी, देश से ग़द्दारी. विरोध प्रदर्शन के वक़्त AAP सांसदों के साथ टीएमसी सांसद भी दिखे. टीएमसी सांसदों ने आंखों पर काली पट्टी बांध रखी थी और मौन रहकर दिल्ली सांप्रदायिक हिंसा का विरोध किया. वीडियो देखिये कांग्रेस सांसदों ने भी महात्मा गांधी की मूर्ति के सामने पहुंचकर केंद्र सरकार के ख़िलाफ़ नारेबाज़ी की. कांग्रेस सांसदों ने कहा कि दिल्ली हिंसा पर प्रधानमंत्री को संसद में आकर जवाब देना चाहिए. उधर AIMIM के अध्यक्ष और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि दिल्ली में दंगा केंद्र सरकार की रज़ामंदी से हुआ है. इस वक़्त विपक्षी दलों के निशाने पर पीएम मोदी से ज़्यादा गृह मंत्री अमित शाह हैं. संसद के भीतर भी विपक्षी दलों के सांसदों ने दिल्ली में सांप्रदायिक हिंसा के लिए अमित शाह को ज़िम्मेदार ठहराया. सांसदों ने कहा कि दिल्ली में दंगा अमित शाह की नाक़ामी का नतीजा है. संसद में ज़बरदस्त हंगामा होने पर दोनों सदनों को दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया. वहीं हिंसा में मरने वालों की संख्या अब 46 तक पहुंच चुकी है।
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