कोरोना से आज़ादी पाने वाला यूरोपीय यूनियन का पहला देश बना स्लोवेनिया
कोरोनावायरस के संक्रमण ने दुनिया के ताक़तवर देशों की नींद उड़ा रखी है लेकिन इस बीच यूरोप का एक देश स्लोवेनिया कोरोना से आज़ाद हो गया है. यूरोपियन यूनियन के सदस्य देश स्लोवेनिया के प्रधानमंत्री जनेज जनसा ने इसका ऐलान किया. कोरोना से आज़ाद होने वाला स्लोवेनिया यूरोपीय यूनियन का पहला सदस्य देश है।
संसद को संबोधित करते हुए पीएम जनसा ने कहा, ‘दो महीने से स्लोवेनिया महामारी का सामना कर रहा है. यह कोई आम महामारी नहीं है लेकिन स्लोवेनिया में हालात बाक़ी यूपोरीय देशों से बेहतर हैं और कोरोना पर काबू कर लिया गया है.’
स्लोवेनिया 15 मार्च से लॉकडाउन का सामना कर रहा था लेकिन अब ज़्यादातर पाबंदियां हटा ली गई हैं. माना जा रहा है कि लॉकडाउन को ढंग से लागू करने की वजह से ही स्लोवेनिया कोरोना से आज़ाद हो पाया. स्लोवेनिया की आबादी कतरीबन 21 लाख है. यह इटली, ऑस्ट्रिया, हंगरी और क्रोएशिया पड़ोसी देशी है. जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के मुताबिक यहां संक्रमण के सिर्फ 1 हज़ार 465 मामले सामने आए और 103 लोगों की मौत हुई. बीते 14 दिनों में महज़ 35 नए मामले मिले और एक मौत दर्ज हुई. हालांकि कोरोना से आज़ाद होने के बावजूद नागरिकों को कुछ महीनों तक सार्वजनिक जगहों पर मास्क पहनने के लिए कहा गया है. फिज़िकल डिस्टेंसिंग भी करनी होगी और हाथों को सैनिटाइज़ करना ज़रूरी होगा.
स्लोवेनिया 15 मार्च से लॉकडाउन का सामना कर रहा था लेकिन अब ज़्यादातर पाबंदियां हटा ली गई हैं. माना जा रहा है कि लॉकडाउन को ढंग से लागू करने की वजह से ही स्लोवेनिया कोरोना से आज़ाद हो पाया. स्लोवेनिया की आबादी कतरीबन 21 लाख है. यह इटली, ऑस्ट्रिया, हंगरी और क्रोएशिया पड़ोसी देशी है. जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के मुताबिक यहां संक्रमण के सिर्फ 1 हज़ार 465 मामले सामने आए और 103 लोगों की मौत हुई. बीते 14 दिनों में महज़ 35 नए मामले मिले और एक मौत दर्ज हुई. हालांकि कोरोना से आज़ाद होने के बावजूद नागरिकों को कुछ महीनों तक सार्वजनिक जगहों पर मास्क पहनने के लिए कहा गया है. फिज़िकल डिस्टेंसिंग भी करनी होगी और हाथों को सैनिटाइज़ करना ज़रूरी होगा.
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