लेह में पीएम मोदी ने जवानों को किया संबोधित, जानिए उनके भाषण की दस बड़ी बातें
लेह में पीएम मोदी ने जवानों को किया संबोधित, जानिए उनके भाषण की दस बड़ी बातें
भारत-चीन सीमा विवाद के बीच लेह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार सुबह अचानक पहुंचे और सेना के अधिकारियों से ताज़ा हालात की जानकारी ली। इसके अलावा पीएम मोदी ने जवानों को भी को संबोधित किया है और चीन से चल रहे विवाद को लेकर भी कई बड़ी बातें कही।
ये है प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन की दस बड़ी बातें…
लेह में प्रधानमंत्री मोदी का भाषण
- “आप सरहद पर डटे हैं तो ये बात सभी देश वासियों को देश के लिए दिन-रात काम करने के लिए प्रेरित करता है। आत्मनिर्भर भारत का संकल्प आपके त्याग और बलिदान के कारण और भी मज़बूत होता है।”
- “लेह, लद्दाख से लेकर कारगिल और सियाचिन तक, रेज़ांग्ला की बर्फीली चोटियों से लेकर गलवान घाटी के ठंडे पानी की धारा तक, हर चोटी, हर पहाड़, हर ज़र्रा-ज़र्रा, हर कंकड़-पत्थर सभी भारतीय सैनिकों के पराक्रम की गवाही देता है।”
- “विस्तारवाद का युग समाप्त हो चुका है। ये युग विकासवाद का है। तेजी से बदलते हुए समय में विकासवाद ही प्रासंगिक है। विकासवाद के लिए ही अवसर है और विकासवाद ही भविष्य का आधार भी है।”
- “बीती सदियों में विस्तारवाद ने ही मानवता का विनाश करने का प्रयास किया। विस्तारवाद की ज़िद जब किसी पर सवार होती है तो उसने हमेशा विश्व शांति के सामने ख़तरा ही पैदा किया है।”
- “इतिहास गवाह है कि विस्तारवाद की नीति पर चलने वाली ताकतें या तो मिट गई है या रुख मोड़ने के लिए मज़बूर हो गई है। विश्व का हमेशा यही अनुभव रहा है। पूरे विश्व ने विस्तारवाद के ख़िलाफ़ मन बना लिया है।”
- “ये हमारी पहचान है, हम वो लोग हैं जो बांसुरी धारी कृष्ण की पूजा करते हैं। हम वो लोग हैं जो सुदर्शनधारी नारायण को भी आदर्श मानकर चलते हैं। इसी प्रेरणा से हर आक्रमण के बाद भारत और सशक्त होकर उभरा है।”
- “सेनाओं के लिए आधुनिक हथियार हो या आपके लिए ज़रूरी साज़ो-सामान हो, हम इन सभी पर बहुत ध्यान देते रहे हैं।”
- “अब देश में बॉर्डर इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए खर्च करीब-करीब तीन गुना कर दिया गया है। इससे बॉर्डर एरिया डेवलपमेंट और सीमा पर सड़कें और पुल बनाने का काम भी बहुत तेज़ी से हुआ है। इसका एक बड़ा लाभ ये हुआ है कि अब आप तक सामान पहुंचने में कम समय लगता है।”
- “सेनाओं में बेहतर तालमेल के लिए लंबे समय से जिसकी मांग की जा रही थी वो चीफ ऑफ स्टाफ डिफेंस के पद का गठन किया गया, नेशनल वॉर मेमोरियल का निर्माण किया गया है।”
- “वन रैंक-वन पैंशन का फैसला हो, आपके परविवार की देख-रेख से लेकर शिक्षा तक की सही व्यवस्था, देश हर स्तर पर अपनी सेनाओं और सैनिकों को मज़बूत कर रहा है।”
- “भगवान बुद्ध ने कहा है- साहस का संबंध प्रतिबद्धता से है, साहस करुणा है, साहस वो है जो हमें निर्भीक और अडिग होकर सत्य के पक्ष में खड़े होना सिखाता है, साहस हमें सही को सही कहने और करने की ऊर्जा देता है।”
लेह में प्रधानमंत्री मोदी का भाषण
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