मोबाइल इंटरनेट के इस्तेमाल में भारत, दुनिया में दूसरे नम्बर पर
देश में मोबाइल डेटा का इस्तेमाल पिछले पांच सालों में कईं गुना बढ़ गया है। टेलीकॉम रेगुलेटरी अथोरिटी ऑफ़ इंडिया की वायरलेस डेटा सर्विस इन इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2014 के मुक़ाबले साल 2018 में भारत में मोबाइल डेटा के इस्तेमाल में 56 गुना की बढ़ोत्तरी आई है।
मोबाइल इंटरनेट के इस्तेमाल में भारत दुनिया में दूसरे नम्बर पर है। सबसे ज़्यादा बढ़ोत्तरी 4-जी डेटा के इस्तेमाल में आई है। 2016 में 4-जी डेटा ने बाजार में आते ही अच्छी इंटरनेट स्पीड और आकर्षक दामों की वजह से धूम मचा दी थी, जिससे इंटरनेट की खपत में 2016 में 66 फीसदी से सीधा 237.6 फीसदी हुई थी।
4-जी के बाजार में आते ही 3-जी और 2-जी डेटा में गिरावट आई है। 2018 में 4-जी डेटा का सबसे ज़ायदा 86.85 फीसदी का इस्तेमाल किया गया है, वहीं 3-जी सिर्फ 12.19 फीसदी का इस्तेमाल किया गया है, 2-जी सिर्फ 95 फीसदी और सीडीएमए 0.01 फीसदी इस्तेमाल किया गया है। डेटा इस्तेमाल के साथ डेटा सब्सक्राइबर्स में भी बढ़ोतरी हुई है। 2014 में 281.6 मिलियन मोबाइल इंटरनेट सब्सक्राइबर्स थे, जो की 2018 में बढ़ कर 578.2 मिलियन हो गए। वहीं अगर मार्केट शेयर की बात करें तो पीएसयू यानि बीएसएनएल और एमटीएनएल का मार्केट शेयर सिर्फ 2.92 फीसदी है , जबकि प्राइवेट सेक्टर का मार्केट शेयर 97. 08 फीसदी है। पीएसयू के शेयर में लगातार गिरावट आई है| 2014 में बीएसएनएल और एमटीएनएल का 7.30 फीसदी का मेर्किट शेयर था, जो 2018 तक घट कर 2.92 फीसदी हो गया है। प्राइवेट प्लेयर्स का मार्केट शेयर 2014 में 92.70 फीसदी से 2018 में 97.08 फीसदी हो गया है। इसी के साथ 2020 तक 5-जी के मार्केट में आने की और बेहतर प्रदर्शन करने की उम्मीद जताई जा रही है।
Also Read:
4-जी के बाजार में आते ही 3-जी और 2-जी डेटा में गिरावट आई है। 2018 में 4-जी डेटा का सबसे ज़ायदा 86.85 फीसदी का इस्तेमाल किया गया है, वहीं 3-जी सिर्फ 12.19 फीसदी का इस्तेमाल किया गया है, 2-जी सिर्फ 95 फीसदी और सीडीएमए 0.01 फीसदी इस्तेमाल किया गया है। डेटा इस्तेमाल के साथ डेटा सब्सक्राइबर्स में भी बढ़ोतरी हुई है। 2014 में 281.6 मिलियन मोबाइल इंटरनेट सब्सक्राइबर्स थे, जो की 2018 में बढ़ कर 578.2 मिलियन हो गए। वहीं अगर मार्केट शेयर की बात करें तो पीएसयू यानि बीएसएनएल और एमटीएनएल का मार्केट शेयर सिर्फ 2.92 फीसदी है , जबकि प्राइवेट सेक्टर का मार्केट शेयर 97. 08 फीसदी है। पीएसयू के शेयर में लगातार गिरावट आई है| 2014 में बीएसएनएल और एमटीएनएल का 7.30 फीसदी का मेर्किट शेयर था, जो 2018 तक घट कर 2.92 फीसदी हो गया है। प्राइवेट प्लेयर्स का मार्केट शेयर 2014 में 92.70 फीसदी से 2018 में 97.08 फीसदी हो गया है। इसी के साथ 2020 तक 5-जी के मार्केट में आने की और बेहतर प्रदर्शन करने की उम्मीद जताई जा रही है।
Latest Videos