रेपो दर के साथ ब्याज दर को जोड़ना सही हैं, देखें यह खास रिपोर्ट
रिज़र्व बैंक ने एक सर्कुलर जारी कर बैंकों से कहा है कि वो रिटेल और msme’s को दिए जाने वाले कर्ज़ की ब्याज दरों को रेपो रेट से लिंक करे, ताकि रेपो रेट में कटौती का फ़ायदा कर्ज़ लेने वालों को मिल सके.
RBI के इस फ़ैसले से आपके फ़्लोटिंग होम लोन और कार लोन की EMI कम हो जाएगी. ज़ाहिर है पहली नज़र में आपको ये फ़ायदे का सौदा लग सकता है, मगर असल में RBI का ये फ़ैसला आपके भविष्य की योजनाओं के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है.
कर्ज़ की ब्याज दरों में कटौती के साथ ही बैंक अब आपकी जमा पूंजी पर दिए जाने वाले ब्याज में भी कटौती की तैयारी कर रहे हैं. स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया ने 5 साल के लिए फिक्स्ड डिपोसिट पर ब्याज दर 6.60 प्रतिशत से घटाकर 6.25 प्रतिशत कर दी. यानी आपके फिक्स्ड डिपोसिट की ब्याज दर में .35 प्रतिशत की कमी हो गई, यानी बैंकों ने आपको कर्ज़ की EMI में जितनी राहत दी उससे ज़्यादा उन्होंने आपके फिक्स्ड डिपोसिट से मिलने वाले ब्याज में कटौती कर दी. देखें यह खास रिपोर्ट
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