अमेरिकी कस्टम विभाग पर भारत समेत 11 देशों में कोरोना संक्रमण फैलाने का आरोप
कोरोना महामारी के दौर में अंतरराष्ट्रीय आवाजाही बंद है लेकिन ज़्यादातर देशों में विशेष उड़ान सेवा जारी है. अब अमेरिका के इमिग्रेशन एंड कस्टम्स एनफोर्समेंट विभाग पर आरोप लग रहा है कि महामारी के दौर में भी उसने डीपोर्टेशन की कार्रवाई जारी रखी जिसके चलते 11 देशों में कोरोना संक्रमण मरीज़ पहुंचे. इनमें भारत भी शामिल है.
अमेरिका के मशहूर अख़बार द न्यूयॉर्क टाइम्स और द मार्शल प्रोजेक्ट की एक खोजी रिपोर्ट में दावा किया गया है कि कैसे अमेरिका का इमिग्रेशन एंड कस्टम्स विभाग दुनिया में कोरोनावायरस का संक्रमण फ़ैलाने वाला महकमा बन गया.
इस रिपोर्ट के मुताबिक जब मार्च से जून तक दुनियाभर में लोग अपने घरों में बंद रहे, तब अमेरिका से 39 हज़ार 446 लोग अलग-अलग देशों में डीपोर्ट किये गए. इनमें सबसे ज्यादा 24 हज़ार 636 लोग मेक्सिको, 4 हज़ार 237 लोग होंडुरास, 3784 लोग ग्वाटेमाला और 2571 लोग अल सल्वाडोर भेजे गए. इनके अलावा 361 भारतीयों को भी डिपोर्ट किया गया. बता दें कि अबतक इमीग्रेशन एंड कस्टम्स एनफोर्समेंट 3000 हज़ार से ज्यादा कोविड मरीजों के अपने डिटेंशन सेंटर में होने की बात स्वीकार कर चुका है. डीपोर्ट किए गए एक भारतीय ने बताया है कि देश वापस लौटने पर जब उनकी जांच की गई तो वो कोरोना पॉज़िटिव मिले थे. 23 मई को हिन्दुस्तान टाइम्स में छपी एक रिपोर्ट से भी इसकी तस्दीक होती है. रिपोर्ट के मुताबिक हरियाणा के जिन 76 लोगों को अमेरिका से डीपोर्ट किया गया, उनमें से 22 लोग जांच होने पर कोरोना से संक्रमित मिले थे. अब तक भारत सहित 11 देश इसकी पुष्टि कर चुके हैं कि उनके नागरिक अमेरिका से कोरोना लेकर लौटे हैं. इसके अलावा न्यूयार्क टाइम्स ने दावा किया ट्रम्प प्रशासन के दबाव में और मानवीय सहायता के वादों के साथ कुछ देशों ने डीपोर्टेशन की प्रक्रिया में पूरा सहयोग किया है. इनमें 4 घंटे में लॉकडाउन लगाने वाला भारत देश भी शामिल है.
इस रिपोर्ट के मुताबिक जब मार्च से जून तक दुनियाभर में लोग अपने घरों में बंद रहे, तब अमेरिका से 39 हज़ार 446 लोग अलग-अलग देशों में डीपोर्ट किये गए. इनमें सबसे ज्यादा 24 हज़ार 636 लोग मेक्सिको, 4 हज़ार 237 लोग होंडुरास, 3784 लोग ग्वाटेमाला और 2571 लोग अल सल्वाडोर भेजे गए. इनके अलावा 361 भारतीयों को भी डिपोर्ट किया गया. बता दें कि अबतक इमीग्रेशन एंड कस्टम्स एनफोर्समेंट 3000 हज़ार से ज्यादा कोविड मरीजों के अपने डिटेंशन सेंटर में होने की बात स्वीकार कर चुका है. डीपोर्ट किए गए एक भारतीय ने बताया है कि देश वापस लौटने पर जब उनकी जांच की गई तो वो कोरोना पॉज़िटिव मिले थे. 23 मई को हिन्दुस्तान टाइम्स में छपी एक रिपोर्ट से भी इसकी तस्दीक होती है. रिपोर्ट के मुताबिक हरियाणा के जिन 76 लोगों को अमेरिका से डीपोर्ट किया गया, उनमें से 22 लोग जांच होने पर कोरोना से संक्रमित मिले थे. अब तक भारत सहित 11 देश इसकी पुष्टि कर चुके हैं कि उनके नागरिक अमेरिका से कोरोना लेकर लौटे हैं. इसके अलावा न्यूयार्क टाइम्स ने दावा किया ट्रम्प प्रशासन के दबाव में और मानवीय सहायता के वादों के साथ कुछ देशों ने डीपोर्टेशन की प्रक्रिया में पूरा सहयोग किया है. इनमें 4 घंटे में लॉकडाउन लगाने वाला भारत देश भी शामिल है.
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